नई दिल्ली, 29 दिसम्बर (आईएएनएस)| प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को 60 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के अमान्य नोटों को नए नोटों में बदलने के आरोप में दिल्ली के एक वकील को गिरफ्तार किया। यह नोट कोटक महिंद्रा बैंक के एक प्रबंधक की मिलीभगत से बदले गए थे। ईडी के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “अधिवक्ता रोहित टंडन को कोटक महिंद्रा बैंक के प्रबंधक आशीष कुमार और हवाला व्यापारी पारस मल लोढ़ा के साथ मिलीभगत कर 60 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के अमान्य घोषित नोटों को बदलने के मामले में प्रीवेंशन आफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया गया है।”
टंडन को करीब एक सप्ताह तक पूछताछ के बाद पीएमएलए के तहत गिरफ्तार किया गया।
ईडी के अधिकारियों ने आशीष कुमार को बुधवार को और लोढ़ा को 21 दिसम्बर को गिरफ्तार किया था।
ईडी सूत्रों ने कहा कि टंडन ने इसके लिए आशीष कुमार को 1.5 करोड़ रुपये कमीशन के तौर पर दिए थे। क नॉट प्लेस शाखा में कोटक महिंद्रा बैंक में बैंक मैनेजर कुमार को यह राशि बंद हो चुके 500 व 1000 के नोटो को बदलने के लिए दिए गए।
टंडन से पूछताछ के दौरान ईडी अधिकारियों को यह भी पता चला कि उसने लोढ़ा से इस काम में मदद ली। लोढ़ा (62) रियल एस्टेट और खादान के व्यापार से जुड़ा हुआ है। लोढ़ा को मलेशिया के लिए उड़ान भरने से पहले मुंबई से गिरफ्तार किया गया। उसने 2.6 करोड़ रुपये के पुराने अमान्य नोटों को नए नोटों में परिवर्तित करने में टंडन की मदद की।
दिल्ली पुलिस ने 10 दिसम्बर को टंडन के दक्षिणी दिल्ली के कार्यालय ग्रेटर कैलाश-1 इलाके में छापा मारकर 13.65 करोड़ की नकदी जब्त की थी। इसमें 2.6 करोड़ रुपये नए नोटों में थे।
इस अभियान से पहले टंडन की टी एंड टी लॉ कंपनी और आवास की आयकर विभाग ने अलग-अगल तलाशी की थी। उसने 125 करोड़ से ज्यादा अघोषित आय की घोषणा कर दी थी।
एजेंसी ने लोढ़ा से जब्त किए गए दो फोन को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है जिसमें लोढ़ा और टंडन की कुछ वाट्सअप बातचीत शामिल है।
ईडी अधिकारियों ने एक दिसंबर को देश भर में कई हवाला कारोबारियों के यहां छापे मारे, जो आठ नवंबर को हुए 500 व 1000 रुपये के नोटों को गैरकानूनी रूप से बदलने में शामिल रहे थे। –आईएएनएस
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