भारत निर्वाचन आयोग ने लीड इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब (ईएलसी) यानी अग्रणी निर्वाचक साक्षरता क्लब के जरिए युवा मतदाताओं को मतदान प्रक्रिया से जोड़ने की व्यवस्था शुरू की है।
देश में 2011 की जनगणना के अनुसार 14 से 19 साल की उम्र के 14.2 करोड़ किशोर एवं युवा है। ऎसे में उनकी निर्वाचन प्रक्रिया में भागीदारी लोकतंत्र के लिए अहम भूमिका निभा सकती है।
राजस्थान विश्वविद्यालय में लीड इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब (ईएलसी) के शुभारम्भ के अवसर पर अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. जोगाराम ने कहा कि प्रदेश के भावी मतदाताओं को निर्वाचन और मतदान प्रक्रिया को समझाने में ऎसी पहल खासी मददगार साबित होगी।
इसी को आधार मानते हुए राजस्थान प्रदेश में स्थापित इन क्लबों में मतदान संबंधी जिज्ञासाओं को विशेषज्ञों द्वारा सुना जाता है और उनका जवाब भी दिया जाता है।
इनका मुख्य उद्देश्य प्रदेश के स्कूल और कॉलेज के छात्र-छात्राओं के बीच निर्वाचन का ऎसा सकारात्मक माहौल तैयार करना है जिससे कोई भी युवा 18 वर्ष की उम्र पूरी होते ही अपना नाम मतदाता सूची में जुडवाएं ताकि वे मतदान के दौरान अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सके।
ये क्लब मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से सीधे संबद्ध रहकर काम करेंगे। क्लब के माध्यम से राजस्थान प्रदेश के भावी मतदाताओं को भारतीय लोकतंत्र में चुनाव प्रक्रिया के संबंध में सतत् जानकारी दी जाएगी।
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