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भाजपा-आरएसएस पर हमले के लिए वाम मोर्चा सरकार जिम्मेदार

तिरुवनंतपुरम, 6 अगस्त | केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भाजपा-आरएसएस कार्यकर्ताओं पर हमले के लिए जिम्मेदार केरल की सीपीआई-एम की अगुवाई वाली वाम मोर्चा सरकार को जिम्मेदार ठहराया  है।उन्होंने कहा कि इस तरह के अपराध से एक आतंकवादी भी शर्मिदा हो जाएगा।  आरोप है कि ई. राजेश की कथित तौर पर माकपा कार्यकर्ताओं ने हफ्ते भर पहले नृशंस हत्या कर दी।

जेटली ने कहा, “राजेश के शरीर पर 89 घाव थे। जिस तरह का जख्म उसे दिया गया, उससे कोई आतंकवादी तक शर्मिदा हो जाएगा। यह बर्बरता है..यहां तक कि एक शत्रु देश भी इस तरह से क्रूरता नहीं करेगा, लेकिन एक राजनीतिक दल ने ऐसा किया है।”

अरुण जेटली  हवाईअड्डे से सीधे ई.राजेश के घर गए। राजेश की एक सप्ताह पहले हत्या कर दी गई थी।  जेटली ने कहा, जब भी एलडीएफ सत्ता में आए, केरल में राजनीतिक हिंसा हमेशा बढ़ी है।

राजनैतिक हिंसा के बाद राज्यपाल पी सतशिवम ने सरकार द्वारा की गई कार्रवाई का पता लगाने के लिए मुख्यमंत्री पंतराय विजयन और राज्य पुलिस प्रमुख लोकनाथ भिवरा को बुलाया था।

उन्होंने कहा, “आपके पास तरह-तरह की घटनाओं की एक श्रृंखला है, जिसमें बड़ी संख्या में राजनीतिक कार्यकर्ता मारे जा रहे हैं। पार्टी कार्यालयों पर हमले हो रहे हैं, हमारे राज्य के अध्यक्ष किसी तरह से बचे हैं।”

उन्होंने कहा, “हम इस जघन्य अपराध को नहीं भूलेंगे। मैं यहां अपनी पार्टी की तरफ से एकजुटता प्रकट करने आया हूं।

इसके बाद उन्होंने एक श्रद्धांजलि सभा को संबोधित किया और कहा  “सरकारों का चुनाव जनता के लिए अच्छे कार्य करने के लिए होता है। लेकिन केरल में सत्तारूढ़ पार्टी लोगों पर हिंसा  कर रही है। इस तरह के कुत्सित कार्य हमारी विचारधारा को नहीं तोड़ सकती।”

इस बीच, माकपा ने रविवार को राज्यपाल पी. सदाशिवम के आधिकारिक निवास, राजभवन के समक्ष धरना आयोजित किया और जेटली से आग्रह किया कि उन्हें माकपा के उन कार्यकर्ताओं के परिवारों से भी मुलाकात करनी चाहिए, जिनकी हत्या कथित तौर पर भाजपा व आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने की है।

माकपा के तिरुवनंतपुरम जिले के सचिव अनावूर नागप्पन ने मीडिया से कहा कि प्रदर्शन में राज्य में 1980 से मारे गए 21 माकपा कार्यकर्ताओं के परिजन भी शामिल हुए।

उन्होंने कहा, “जेटली को अपने दौरे को सिर्फ आरएसएस कार्यकर्ता के घर तक सीमित नहीं रखना चाहिए। यहां बैठे सभी लोगों ने अपने करीबी और प्रियजनों को भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ताओं के हाथों खो दिया है।”