कतारों के साथ दर्द को भी बढ़ा रही नकदी की कमी

नई दिल्ली, 15 दिसम्बर | राजधानी दिल्ली में गुरुवार को भी बैंकों व एटीएम के बाहर नकदी निकालने के लिए लंबी कतारों में कोई कमी नहीं दिखी। नकदी की किल्लत लोगों के दर्द और गुस्से को बढ़ा रही है। पूर्वी दिल्ली के 10 बैंकों और एटीएम के हालात का जायजा लेने पहुंचे आईएएनएस के एक संवाददाता ने पूर्वी दिल्ली के राधेपुरी क्षेत्र की पंजाब नेशनल बैंक और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के बाहर 150 से अधिक लोगों की भीड़ पाई। ठीक इसी तरह की स्थिति इंडियन ओवरसीस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक की प्रीत विहार शाखा में भी देखने को मिली।

राधेपुरी के एक स्थानीय निवासी बॉबी अरोरा ने आईएएनएस को बताया, “मेरा पंजाब नेशनल बैंक की इस शाखा में खाता है, लेकिन सुबह खुलने के दो घंटों के बाद ही बैंक में पैसे खत्म हो जाते हैं।”

भीड़ में मौजूद कई लोग शाखा के बाहर तैनात सुरक्षा गार्ड से बैंक में नकदी के खत्म होने की जानकारी न देने पर बहस करते हुए नजर आए।

इस दौरान कई ग्राहकों ने शिकायत की कि उन्हें कैश होने या खत्म होने की जानकारी नहीं दी जाती।

पूर्वी दिल्ली के जगतपुरी क्षेत्र में टाइल की दुकान चलाने वाले प्रदीप भनोट ने बताया कि वह पिछले 10 दिनों में किसी बैंक और एटीएम से एक बार भी नकदी नहीं निकाल पाए हैं।

उन्होंने बताया, “आज 15 दिसंबर हो गई है और मुझे अपने कर्मियों को तनख्वाह देनी है। मेरे कर्मियों में किसी के भी पास बैंक खाता नहीं है। इसलिए मुझे बहुत परेशानी हो रही है।”

सरकार को खरीखोटी सुनाते हुए उन्होंने कहा, “मेरी दुकान पर काम करने वाले कर्मचारियों में से अधिकांश अनपढ़ हैं और उनसे ई-बैंकिंग की उम्मीद करना एक भद्दा मजाक है।”

दक्षिण दिल्ली के कालकाजी क्षेत्र में गुरुवार तड़के एटीएम के बाहर स्टेट बैंक ऑफ पटियाला व एचडीएफसी की शाखाओं के बाहर सैंकड़ों लोगों को इंतजार करते देखा गया।

गोविंदपुरी में बाइक रिपेयरिंग की दुकान चलाने वाले राहुल शर्मा सरकार के नोटबंदी के फैसले पर नाराजगी जताते हुए इसे एक भद्दा मजाक बताया।

–आईएएनएस