भोपाल, 27 मई (जनसमा)। मध्यप्रदेश सरकार अब होनहार बच्चों की पढ़ाई का खर्च खुद उठाएगी। यह जानकारी देते हुए मध्यप्रदेश के जनसंपर्क, जल-संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने बताया कि यदि विद्यार्थी 12वीं कक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाता है तो माता-पिता किसी भी कॉलेज या संस्था में दाखिला कराएं, उसकी फीस सरकार भरेगी। अब बच्चों की पढ़ाई की चिन्ता सरकार की है।
शनिवार को दतिया जिले के चिरूला में पंड़ित दीनदयाल कार्य विस्तार योजना तथा ग्राम सम्पर्क अभियान के तहत् स्थानीय लोगों से मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा कि गरीब आदमी अक्सर यह कहते हुए सुना जाता था कि हमारा बच्चा तो होनहार है किन्तु हम मेडिकल कॉलेज और इंजीनियरिंग की फीस न भर पाने के कारण उसे आगे पढ़ा नहीं पा रहे हैं। अब यह समस्या नहीं रहेगी।
डॉ. मिश्र ने कहा कि सरकार द्वारा गरीबों को एक रुपये किलो गेहूँ, नमक, चावल प्रदान किया जा रहा है। यह केवल मध्यप्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की सोच का ही परिणाम है कि नागरिकों को इतने कम दामों में खाद्यान्न दिया जा रहा है।
जनसंपर्क मंत्री ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की जानकारी देते हुए कहा कि बेटियों को खूब पढ़ायें और आगे बढ़ायें। जन्म से लेकर विवाह तक की चिन्ता मध्यप्रदेश सरकार की है। उन्होंने दो प्रकरण में 20-20 हजार रूपये की राष्ट्रीय परिवार सहायता की राशि वितरित की। स्थानीयजन की माँग पर पाँच लाख रुपये लागत के अम्बेडकर भवन के निर्माण की घोषणा भी की।
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