miscreants

मध्यप्रदेश में भी उत्तर प्रदेश की तर्ज पर बदमाशों के सफाये का अभियान शुरू होगा

भोपाल, 21 जुलाई (जस)।ऐसा लगता है कि मध्यप्रदेश सरकार भी उत्तर प्रदेश की तर्ज पर राज्य में सफेदपोश बदमाशों (miscreants) के सफाये का अभियान चलायेगी। 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (Shivraj Singh Chauhan) चौहान ने सोमवार 20 जुलाई को निर्देश दिए हैं कि हर जिले में सबसे पहले बड़े एवं सफेदपोश बदमाशों (miscreants) के विरूद्ध कार्रवाई की जाए।

सफेदपोश बदमाशों (miscreants)  जिनमें ड्रग्स का धंधा करने वाले, सम्पत्ति हड़पने वाले, सहकारी माफिया, हुक्का लाऊंज चलाने वाले, चिटफंड कम्पनी, राशन की कालाबाजारी करने वाले, मिलावटखोरों आदि अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाया जाए (drive against criminals) ।

मुख्यमंत्री चौहान ने स्पष्ट निर्देश दिए कि यदि किसी जिले में कार्रवाई में सफेदपोश बदमाशों (miscreants)  के खिलाफ कार्रवाई में लापरवाही होती है तो इसके लिये कलेक्टर एवं एस.पी. जिम्मेदार माने जाएंगे।

मुख्यमंत्री चौहान ने सोमवार को मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से ज़िलों की कानून व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे।

बैठक में चिकित्सा शिक्षा, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री  विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव  इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी  विवेक जौहरी उपस्थित थे। बैठक में अन्य मंत्रीगण वीसी के माध्यम से शामिल हुए।

गुड गवर्नेंस सुनिश्चित करना है

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमें प्रदेश में गुड गवर्नेंस सुनिश्चित करना है। इसके लिए सभी जिलों में लॉ एन्ड ऑर्डर और डिलीवरी मेकैनिज्म दोनों पर ध्यान देना होगा। एक ओर जिलों में पूरी शांति व्यवस्था रहे, अपराधियों  और  बदमाशों (miscreants) के मन में डर हो तथा जनता निश्चिंत हो, वहीं दूसरी ओर शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के समुचित क्रियान्वयन के माध्यम से आम जनता तक हर आवश्यक सुविधा एवं सहायता पहुंचाई जानी है।

बदमाशों को चिन्हित कर सबक सिखाएं

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ड्रग्स युवा पीढ़ी को खोखला बना रहे है, इनका व्यापार करने वालों को ढूंढ कर दंडित करना है। चिटफण्ड कंपनी वालों को जनता का पैसा हज़म नहीं करने देंगे। बड़े अपराधी जिला बदर हों, इनके अवैध निर्माण तोड़े जाएं। इनको चिन्हित कर सबक सिखाएं।

कोरोना को आने न दें, यूरिया को जाने न दें

मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि खाद, बीज, कीटनाशक की कालाबाजारी करने वालों को जेल भिजवाने की कार्रवाई करें। सीमावर्ती जिलों को सतर्क करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना को आने न दें तथा यूरिया को दूसरे प्रदेशों में जाने न दें। रेत के अवैध उत्खनन को रोकने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए।

 गरीब के राशन में गड़बड़ी करने वाले को छोड़ा नहीं जाएगा

मुख्यमंत्रीचौहान ने स्पष्ट रूप से कहा कि गरीब के राशन में धांधली करने वाले को किसी भी हालत में छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने जबलपुर में राशन वितरण में हुई अनियमितता पर दोषियों के विरूद्ध एफ.आई.आर. दर्ज कराने के निर्देश कलेक्टर को दिए।

अनुसूचित जनजाति वर्ग के व्यक्तियों को मिले वनापधिकार पट्टे

मुख्यमंत्री  चौहान ने कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि सभी पात्र अनुसूचित जनजाति वर्ग के व्यक्तियों को जल्द से जल्द वनाधिकार पट्टों का वितरण सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही सहरिया, बैगा, भारिया जनजाति की महिलाओं को नियमित रूप से कुपोषण से जंग योजना के अंतर्गत एक-एक हजार रूपये की राशि नियमित रूप से दिलवाया जाना सुनिश्चित किया जाए।

बेटियों के विरूद्ध अपराध करने वालों को नहीं छोड़ा जाएगा

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बेटियों के विरूद्ध अपराध करने वाले बदमाशों (miscreants)  को बिल्कुल नहीं छोड़ा जाएगा। इस संबंध में सभी जिले विशेष रूप से सतर्क रहें। उन्होंने भोपाल में बेटियों के साथ ज्यादती के मामले में आरोपियों के विरूद्ध तत्परतापूर्वक कार्रवाई करने पर पुलिस की सराहना की।

इन विषयों पर प्रमुखता से समीक्षा की गई

मुख्यमंत्री  चौहान ने बैठक में जिलों की कानून व्यवस्था के साथ ही वहाँ राशन वितरण की स्थिति, वनाधिकार पट्टों के वितरण, स्ट्रीट वेण्डर योजना, दुग्ध उत्पादक किसानों को केसीसी वितरण, खाद का वितरण, स्व-सहायता समूहों को सशक्त बनाना, जिले में चल रहे निर्माण कार्यों को समय-सीमा में पूरा करना आदि की समीक्षा की तथा आवश्यक निर्देश दिए।

अपराध की आर्थिक बैक बोन को तोड़ें

मुख्य सचिव  बैंस ने निर्देश दिए कि बदमाशों (miscreants)  केविरूद्ध कार्रवाई करते समय अपराध की आर्थिक बैक बोन को तोड़ना भी जरूरी है, जिससे अपराध जड़ से समाप्त हो सके। इस संबंध में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक संयुक्त रूप से कार्रवाई करें।