भोपाल, 18 अप्रैल (जनसमा)। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सौर ऊर्जा भविष्य की ऊर्जा है और मध्यप्रदेश सोलर एनर्जी के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य होगा। शिवराज ने यह बात सोमवार को रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर प्रोजेक्ट एग्रीमेंट के अवसर पर कही। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने कहा कि सरकार ने प्रदेश को नई पहचान दिलाई है। केन्द्रीय राज्य मंत्री नवकरणीय ऊर्जा पीयूष गोयल ने कहा कि रीवा परियोजना देश में सोलर ऊर्जा के आदर्श मानक के रूप में स्वीकार की गई है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नवरकणीय ऊर्जा क्षेत्र में राज्य में तेजी से कार्य हो रहा है। रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना ने सौर ऊर्जा उत्पादन और उपयोग की नई राहें दिखाई हैं। उन्होंने कहा कि विकास के लिए सड़क, बिजली और पानी आधारभूत आवश्यकताएँ हैं। राज्य सरकार ने जिम्मेदारी के साथ विकास का मार्ग चुना है। ताकि भावी पीढ़ी के प्राणियों के समक्ष अस्तित्व का प्रश्न खड़ा नहीं हो। इसी दिशा में प्रदेश में पर्यावरण चेतना का प्रकल्प नर्मदा सेवा यात्रा संचालित है। श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रूप में देश को विजनरी लीडर मिला है, जो दुनिया के आइकॉन बन गये हैं।
केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री एम. वैंकेया नायडू ने कहाकि पहले मध्यप्रदेश देश का ऐसा विशिष्ट राज्य था जो संसाधनों में सम्पन्न किन्तु राजनीति में बीमारू था। अब प्रदेश की गतिशील सरकार ने राज्य को नई पहचान दिलाई है। रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना की नीलामी में फ्रांस, जापान, इटली, सिंगापुर सहित 6 अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं की भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह चमत्कारिक परिवर्तन सरकार के संकल्प और ईमानदार समर्पण का प्रतिफल है।
केन्द्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नव एवं नवकरणीय ऊर्जा पीयूष गोयल ने रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर पावर प्रोजेक्ट को देश-दुनिया के लिए मिसाल बताते हुए कहा कि प्राजेक्ट देश में आदर्श मानक के रूप में स्वीकार किया गया है। अतिशेष विद्युत उपलब्धता के बावजूद मध्यप्रदेश ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में जो पहल की है वह सरकार की पर्यावरण के प्रति संवेदना और नव एवं नवकरणीय ऊर्जा के प्रति दूरदृष्टि की परिचायक है।
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