नई दिल्ली, 26 जुलाई। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने आगामी महाकुंभ मेला 2025 को विश्व का सबसे बड़ा बाल हितैषी आयोजन बनाने की घोषणा की है।
यहाँ गुरुवार को हुई बैठक में उन्होंने कि इससे पूरी दुनिया में बाल संरक्षण की दिशा में हमारे द्वारा किए जा रहे प्रयासों का संदेश जाएगा और हम विश्व को बता पाएंगे की भारत अपने बच्चों की चिंता समेकित रूप से करता है।
एनसीपीसीआर के अध्यक्ष ने किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 की धारा 51 के अनुसार उपयुक्त सुविधा घोषित करने और बाल कल्याण समितियों की बैठक सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया और यह भी कहा कि स्टॉल आवंटन के समय दुकानदारों से बाल श्रम न करने का शपथ पत्र लिया जाए।
बैठक के दौरान इंडिया थिंक काउंसिल के निदेशक सौरभ पांडे ने महाकुंभ 2025 से पहले आगामी तीसरे कुंभ सम्मेलन 2024-25 के संबंध में जानकारी साझा की, जिसका आयोजन उत्तर प्रदेश पर्यटन, प्रयागराज मेला प्राधिकरण, संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय और अन्य साझेदार विश्वविद्यालयों के सहयोग से किया जा रहा है।
कुंभ सम्मेलन से पहले और महाकुंभ के दौरान देशभर में 24 पूर्ववर्ती गोलमेज सम्मेलन भी आयोजित किए जाएंगे। एनसीपीसीआर इस सम्मेलन का अकादमिक भागीदार होगा।
बैठक का समापन सभी हितधारकों की ओर से महाकुंभ मेला 2025 को बच्चों के लिए सुरक्षित और बाल-सुलभ आयोजन बनाने की दिशा में मिलकर काम करने की मजबूत प्रतिबद्धता के साथ हुआ।
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