प्रयागराज, 26 अक्टूबर। महाकुंभ 2025 से पहले यहाँ गंगा किनारे मुंबई की मरीन ड्राइव जैसे 15 किमी लंबे रिवर फ्रंट के निर्माण का 70 फीसदी कार्य पूरा हो गया है और यह 15 नवंबर तक यातायात के लिए शुरू हो जाएगा।
पर्यटन विभाग की ओर से महाकुंभ में पहली बार स्पीड बोट और मिनी क्रूज से संगम स्नान का लाभ श्रद्धालु ले सकेंगे।
दशाश्वमेध घाट से फाफामऊ तक गंगा किनारे बन रहे रिवर फ्रंट में पर्यटकों के सेल्फी प्वाइंट, रेस्टोरेंट और कैफेटेरिया भी बनाये जारहे हैं।
प्रयागराज में होने जा रहे महाकुंभ में 40 करोड़ से अधिक पर्यटकों और श्रद्धालुओं के कुंभ नगरी पहुंचने का प्रशासन का अनुमान है। इनके आवागमन को सुगम बनाने के लिए एक तरफ जहां शहर के अंदर और बाहर की सड़कों के चौड़ीकरण का काम तेजी से हो रहा है तो वहीं गंगा किनारे आवागमन का एक और विकल्प भी तैयार किया जा रहा है।
गंगा नदी के किनारे रिवर फ्रंट के निर्माण से श्रद्धालुओं को बड़ी सहूलियत मिलने जा रही है। अपर कुंभ मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी का कहना हैं कि मुंबई की मरीन ड्राइव की तर्ज पर प्रयागराज में भी गंगा किनारे लगभग 15.25 किलोमीटर सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। 213 करोड़ की लागत से इसका निर्माण हो रहा है। फिलहाल इसका 70 फीसदी निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है। 15 नवंबर के पहले यह बनकर तैयार हो जाएगा।
रिवर फ्रंट
कुंभ क्षेत्र में भीड़ को व्यवस्थित करने में रिवर फ्रंट मददगार साबित होगा। सिंचाई विभाग और अन्य सहयोगी विभागों के सहयोग से इसका निर्माण किया जा रहा है। सिंचाई विभाग के सीनियर इंजीनियर रमेश कुमार सिंह के मुताबिक कुंभ क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए गंगा नदी के दोनों किनारों पर तैयार हो रहे इस रिवर फ्रंट का निर्माण आम सड़कों से बिलकुल अलग है। इसका निर्माण इंटरलॉकिंग, बोल्डर क्रेट से किया जा रहा है जिसमे स्लोप पिचिंग का कार्य भी होगा। इस सड़क को आदर्श सड़क के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके किनारे बेंच लगाई जाएगी। कई जगह जगह पर सेल्फी प्वाइंट का भी निर्माण होगा।
गंगा नदी के किनारे बन रहे इस रिवर फ्रंट का निर्माण कई इलाकों में हो रहा है। इनमें रसूलाबाद घाट से नागवासुकी मंदिर तक, सूरदास से छतनाग तक, कर्जन ब्रिज के समीप महावीर पुरी तक का निर्माण कार्य अभी चल रहा है। रिवर फ्रंट के निर्माण हो जाने से संगम पर आने वाली दूरी कम हो जाएगी। इसके साथ ही आने वाले पर्यटकों को काफी सहूलियत मिलेगी। देखा जाए तो प्रयागराज में सबसे ज्यादा श्रद्धालु संगम घूमने के लिए जाते हैं. ऐसे में रिवर फ्रंट का निर्माण हो जाने से वह संगम के साथ ही प्रयागराज का कोना-कोना देख सकेंगे।
संगम स्नान
महाकुंभ में संगम स्नान को अधिक से अधिक सुविधाजनक और सुगम बनाने की दिशा में पर्यटन विभाग महत्वपूर्ण प्रयास कर रहा है। पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने बताया कि पर्यटन विभाग महाकुंभ 2025 में पहली बार संगम स्नान के लिए मिनी क्रूज और स्पीड बोट की सुविधा उपल्ब्ध करवा रहा है। ये सुविधा दिसंबर 2023 से चल रही है, लेकिन महाकुंभ में पर्यटन विभाग पहली बार ये सेवा प्रदान करेगा।
उन्होंने बताया कि यूपीएसटीडीसी की वाटर स्पोर्ट्स की सुविधा का उद्घाटन सीएम योगी ने ही किया था। इसके माध्यम से प्रयागराज के त्रिवेणी बोट क्लब से संगम तक की यात्रा कुछ मिनटों में ही पूरी की जा सकेगी। प्रयागराज के यमुना बैंक रोड स्थिति त्रिवेणी बोट क्लब से ये सुविधा सामान्य दिनों में भी दी जा रही है। इसका मुख्य उद्देश्य बोट क्लब के पास बने हेलीपैड से आने वाले विदेशी व विशिष्ट श्रद्धालुओं को आसानी से संगम तक पहुंचाना है। त्रिवेणी बोट क्लब हेलीपैड से वॉकिंग डिस्टेंस पर स्थित है।
त्रिवेणी बोट क्लब के संचालक दीपक टण्डन ने बताया कि अभी बोट क्लब में 6 सिक्स सीटर स्पीड बोट, 2 थर्टी फाईव सीटर मिनी क्रूज और 2 रेस्कूयू बोट हैं। स्पीड बोट का किराया 200 रू प्रति व्यक्ति या 2000 रू प्रति घंटा है, जबकि मिनी क्रूज 150 रू प्रति व्यक्ति या 5000 रू प्रति घंटे के किराया पर लिया जा सकता है। दोनों ही बोट को पूरी तरह से फैमली के लिए बुक भी करवाया जा सकता है। मिनी क्रूज में महिलाओं के कपड़े बदलने के लिए केबिन भी बना है।
संगम स्नान के अलावा बोट क्लब पर्यटकों को यमुना की सैर और सुजावन देव मंदिर की यात्रा भी करवाता है। महाकुंभ के दौरान स्पीड बोट की संख्या बढ़ाने का भी प्रयास हो रहा है। इस प्रकार की सुविधा पहले यमुना बोट क्लब, पीडीए भी उपल्ब्ध करवाता रहा है। पर्यटन विभाग की ओर से महाकुंभ में पहली बार स्पीड बोट और मिनी क्रूज से संगम स्नान का लाभ श्रद्धालु ले सकेंगे।
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