कोलकता, 28 जुलाई| मशहूर लेखिका और दलितों-आदिवासियों के अधिकारों के लिए काम करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता महाश्वेता देवी का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को कोलकता के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 90 वर्ष की थीं। रैमन मैग्सेसे पुरस्कार विजेता लेखिका के बेटे का देहांत दो साल पहले हो गया था और तब से वह खिन्न रहने लगी थीं।
उपन्यास ‘हजार चौरासी की मां’ की लेखिका की देखभाल कर रहे एक डॉक्टर ने बताया, “उन्हें दिल का दौरा पड़ा और किडनी सहित उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था, जिस कारण अपराह्न् 3.16 बजे उनका निधन हो गया।” –आईएएनएस
कोलकाता, 29 जुलाई| प्रख्यात लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता महाश्वेता देवी को शुक्रवार को यहां रवींद्र सदन सभागार में समाज के हर वर्ग के लोगों ने हजारों की संख्या में उपस्थित होकर श्रद्धांजलि अर्पित की। रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित रहीं महाश्वेता का कोलकाता के एक नर्सिग होम में गुरुवार को…
नई दिल्ली, 28 जुलाई | राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने प्रख्यात साहित्यकार और समाज सेविका महाश्वेता देवी के निधन पर दु:ख व्यक्त किया है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने संदेश में कहा है कि महाश्वेता देवी ने अपने लेखन और विशिष्ट शैली से बांग्ला साहित्य को समृद्ध बनाया। उन्होंने सभी प्रकार…
कोलकाता, 16 जुलाई| सामाजिक कार्यकर्ता और लेखिका महाश्वेता देवी की हालत लगातार गंभीर बनी हुई है और उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली की जरूरत है। यह जानकारी शनिवार को उस अस्पताल के एक डॉक्टर ने दी, जहां उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टर ने कहा, "वह होश में हैं, लेकिन उनकी…