अहमदाबाद, 22 मई (जनसमा)। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि यदि भारत वैश्विक व्यापार में खुद के लिए जगह बनाना चाहता है, तो उसे बंदरगाह क्षेत्र में सबसे अच्छा प्रबंधन करना होगा।
उन्होंने कहा कि बंदरगाह क्षेत्र के विकास के लिए बुनियादी ढांचे और दक्षता का संयोजन महत्वपूर्ण है, उन्होंने कहा, कोंडला पोर्ट एशिया में सबसे बेहतरीन पोर्ट में से एक के रूप में उभरा है।
प्रधान मंत्री ने कहा कि चाबहार बंदरगाह, ईरान में भारतीय भागीदारी के साथ विकसित किया जा रहा है जिससे कांडला बंदरगाह को बढ़ावा मिलेगा। प्रधान मंत्री ने डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर कन्वेंशन सेंटर का भी उल्लेख किया, जिसकी फाउंडेशन स्टोन आज रखी गई थी।
प्रधान मंत्री ने गुजरात में गांधीधाम में कंडला पोर्ट ट्रस्ट की कई परियोजनाओं की शुरुआत की और शिलान्यास किया। इसमें डॉक्टर बाबा साहेब आंबेडकर अधिवेशन केन्द्र, 14वें और 16वें कारगो बर्थ, साल जंक्शन पर रेलपुल, मशीनों द्वारा जहाजों से उर्वरकों को उतारने और लादने की सुविधा का केन्द्र और चलती-फिरती दो क्रेन की खरीद शामिल है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि बुनियादी ढांचा, कुशलता और पारदर्शिता आर्थिक विकास के महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
आज कांडला पोर्ट पूरे एशिया में प्रमुख बंदरों में अपनी जगह बना ली है पोर्ट सेक्टर में काम करने वाले हर कोई समझते हैं, इसका जो ग्रोथ है वो बड़ा ही सरप्राइज कर रहा है। अगर हम इस पोर्ट की ताकत को बढाते हैं एक ताकत हैं। इंफाक्टक्चर की दूसरी ताकत है, एफीसिंसी की, ट्रांसप्रेंसी की और उससे इतना बड़ा परिणाम देश को मिल सकता है जिसकी हम कल्पना नहीं कर सकते।
मोदी ने कांडला पत्तनम न्यास के साथ पंडित दीन दयाल उपाध्याय का नाम जोड़ने के लिए आवश्यक प्रक्रिया शुरू करने का अनुरोध किया।
बाद में शाम को प्रधानमंत्री ने कच्छ क्षेत्र के लिए भचाऊ में नर्मदा नहर की शाखा पर निर्मित पंपिंग स्टेशन का उद्घाटन किया। इस परियेाजना से 182 गांवों की लगभग दो लाख 80 हजार एकड़ जमीन में सिंचाई होगी। इसके अलावा 900 गांवों और 14 शहरों में पानी के पानी की जरूरतों की पूर्ति होगी।
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