कुआलालंपुर, 19 नवंबर | भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक के इस्तीफे की मांग को लेकर हजारों लोग शनिवार को सड़कों पर उतरे। समाचार एजेंसी एफे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, विरोध-प्रदर्शन का आयोजन कोअलिशन फॉर क्लीन एंड फेयर इलेक्शंस ‘बेरसिह’ ने किया। गठबंधन ने प्रदर्शन में 2,00,000 लोगों के शामिल होने की उम्मीद जताई थी।
बेरसिह द्वारा आयोजित यह पांचवां विरोध-प्रदर्शन है। गठबंधन का गठन साल 2010 में हुआ था। बेरसिह का मलय भाषा में अर्थ ‘स्वच्छ’ होता है।
देश में पारदर्शी व निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने को लेकर चुनाव कानून में सुधार करने के लिए लड़ाई लड़ रहे विभिन्न संगठनों ने मिलकर इस गठबंधन का गठन किया है।
प्रदर्शनकारियों तथा सरकार समर्थित नेशनल फ्रंट के समर्थकों ‘रेड शर्ट्स’ के बीच किसी तरह की झड़प को टालने के लिए अधिकारियों ने प्रदर्शन मार्गो पर लगभग 7,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया है, क्योंकि बेरसिह के प्रदर्शन के खिलाफ रेड शर्ट्स ने भी मार्च का आह्वान किया है।
इसी बीच, जापान यात्रा पर गए नजीब ने कहा कि वह प्रदर्शनकारियों के दबाव में नहीं आएंगे और प्रदर्शन के दौरान किसी भी तरह की हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
प्रधानमंत्री पर भ्रष्टाचार मामले में संलिप्तता का आरोप है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने लगभग एक अरब डॉलर स्टेट इन्वेस्टमेंट फंड 1 एमडीबी से अपने व्यक्तिगत खाते में स्थानांतरित किए।
साल 2009 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नजीब ने 1 एमडीबी का गठन किया था, जिसपर साल 2014 तक 11 अरब डॉलर का कर्ज हो गया है।
प्रधानमंत्री ने हालांकि आरोपों से बार-बार इनकार करते हुए कहा है कि वह राशि सऊदी अरब के शाही परिवार से दान स्वरूप दी गई थी और जनवरी में ही सरकारी अभियोजक ने उन्हें सभी तरह के आरोपों से मुक्त किया है। –आईएएनएस
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