गुजरात (Gujarat) में प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की शिक्षा (Education) के लिए सोशल मीडिया (Social media) के माध्यम से कई अहम प्रयास किए जा रहे हैं।
गुजरात के शिक्षा मंत्री (Education Minister) भूपेंद्र सिंह चूडासमा (Bhupendra Singh Chudasama ) ने छात्रों के लिए किए गए इन उल्लेखनीय फ़ैसलों की जानकारी केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के साथ साझा की।
छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए गुजरात सरकार ने कक्षा 1 से लेकर 9 और 11 के छात्रों को बिना परीक्षा अगली कक्षा में प्रमोट करने का बड़ा फ़ैसला किया। इन सभी छात्रों के स्कूल अब जून महीने में ही खुलेंगे।
चूडासमा ने बताया कि बड़े पैमाने पर यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में 210 दिन का शिक्षण कार्य ख़त्म हो गया है फिर भी शिक्षा विभाग द्वारा विश्वविद्यालयों में ई-लर्निंग (e lerning) माध्यमों जैसे कि गूगल क्लास रूम, ज़ूम एप्लिकेशन और यू-ट्यूब जैसी एप्लिकेशनंस द्वारा विद्यार्थियों को ज़रूरी मार्गदर्शन देने की व्यवस्था की गई है।
इसके अलावा शिक्षा विभाग (Education Department) द्वारा बनाई गई एप NaMo-e टैबलेट एप्लिकेशन से वर्चुअल लर्निंग प्लेटफॉर्म भी तैयार किया गया है जिसमें भिन्न-भिन्न विश्वविद्यालयों के कोर्सेज़ का अभ्यासक्रम उपलब्ध है।
ई-बुक और ई-जनरल के लिंक भी दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और शिक्षा मंत्री ने स्वयं वीडियो मैसेज के माध्यम से अभिभावकों और बच्चों से बात की।
उन्होंने बच्चों की शैक्षणिक स्थिति खराब न हो, इसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में जानकारी दी।
गुजरात शिक्षा बोर्ड (GCERT) भास्कराचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस एप्लिकेशन और जियो-इंफॉर्मेटिक्स (BISAG) से जुड़कर 4 शैक्षिक चैनलों का प्रसारण कर रहा है जिनके माध्यम से छात्र घर बैठकर ही सीख रहे हैं।
GCERT ने कक्षा 3 से 9 और 11 के लिए BISEG की सहायता से सेल्फ-स्टडी के लिए वीडियो लैक्चर तैयार किए हैं जिन्हें अलग-अलग प्राइवेट टीवी चैनल्स के ज़रिए पूरे राज्य में प्रसारित किया जा रहा है।
गुजरात (Gujarat) सरकार ने शिक्षा (Education) व्यवस्था को कारगर बनाने के लिए सोशल मीडिया (Social Media) पर इन सभी चैनल्स की जानकारी छात्रों को पहले ही दी जा चुकी है ताकि वो इनका लाभ उठा सकें।
लॉकडाउन में हर हफ्ते के अंत में SSA ऑफिस द्वारा छात्रों के लिए वर्कशीट तैयार करके सोशल मीडिया के ज़रिए ही अभिभावकों के साथ साझा कर दी जाती हैं जिसके आधार पर बच्चों को काम करना होता है।
लॉकडाउन के दौरान छात्र केवल होम वर्क में ही फंसकर न रह जाए इसके लिए GCERT के डायरेक्टर डॉ. टी.एस जोशी के मार्गदर्शन में कुछ प्रयास किए गए जैसे BRC-Co., CRC-Co. और शिक्षकों से प्रतिदिन बच्चों द्वारा की जाने वाली गतिविधियों का लिंक शेयर किया जाता है जिसकी जानकारी वो अभिभावकों को देते हैं।
दूसरे राज्यों के छात्र भी इसका लाभ उठा सके इसलिए वेबसाइट पर इन गतिविधियों का QR कोड भी दिया गया है।
B.Ed ट्रेनीज़ के लिए ऑनलाइन कोर्सेस शुरू किए गए हैं और ZOOM एप्लिकेशन के माध्यम से कॉन्फ्रेंसिंग करके उन्हें पढ़ाया जा रहा है। IITE, 19 DIET और GCERT के प्रिंसिपल्स और प्रोफेसर छात्रों को लैक्चर दे रहे हैं।
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