नई दिल्ली, 15 सितम्बर (जनसमा)।युद्ध नायक एवं मार्शल आॅफ इण्डियन एयर फोर्स अर्जन सिंह नहीं रहे। वे 98 साल के थे।
अधिकृत जानकारी के अनुसार उन्हें शनिवार सुबह बेचैनी की शिकायत के बाद सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। उन्हें एक युद्ध नायक के रूप में जाना जाता था।
उनकी बीमारी की जानकारी मिलने पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और तीनों सेना प्रमुख उनके हालचाल जानने के लिए अस्पताल गए थे।
अर्जन सिंह (98) को 1 अगस्त 1964 को वायुसेनाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। वह पहले वायुसेना प्रमुख थे जिन्हें पायलट रहते हुए सीएएस (चीफ ऑफ एयर स्टाफ) नियुक्त किया गया था। उन्हे 2002 में 5 स्टार रैंक देकर मार्शल आॅफ इण्डियन एयर फोर्स का सम्मान दिया गया था।
1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान एयर मार्शल अर्जन सिंह ने भारतीय वायुसेना का नेतृत्व किया था। उनका केरियर बहुत शानदार रहा। उन्हे अपने सेवा काल में 60 से अधिक विमानों को उड़ाने का श्रेय है।
भारतीय वायु सेना से 1969 में सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें स्विट्जरलैंड में भारतीय राजदूत नियुक्त किया गया था।
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