रियो डी जनेरियो, 10 अगस्त | दिग्गज तैराक अमेरिका के माइकल फेल्प्स ने रियो ओलम्पिक के चौथे दिन मंगलवार को तीसरा स्वर्ण पदक जीत लिया और अपने ओलम्पिक स्वर्ण पदकों की संख्या 21 कर ली। रियो में जीते तीन स्वर्ण पदक के साथ फेल्प्स के ओलम्पिक में कुल 25 पदक हो गए और वह ओलम्पिक इतिहास में भारत द्वारा जीते गए कुल पदकों की संख्या से सिर्फ एक कदम दूर रह गए हैं। भारत ने एक देश के तौर पर सन 1900 से शुरू हुए ओलम्पिक खेलों में कुल 26 पदक अपने नाम किए हैं, जिनमें स्वर्ण पदकों की संख्या 9 है।
फेल्प्स ने रियो ओलम्पिक में 200 मीटर बटरफ्लाई, 4 गुणा 200 मीटर फ्रीस्टाइल रिले और चार गुणा 100 मीटर फ्रीस्टाइल रिले में स्वर्ण पदक अपने नाम किए हैं।
31 वर्षीय फेल्प्स ने लंदन ओलम्पिक के बाद कुछ समय के लिए संन्यास ले लिया था लेकिन उन्होंने प्रतिस्पर्धी खेल जगत में दोबारा वापसी की और रियो ओलम्पिक में प्रबल दावेदार के रूप में प्रवेश किया। रियो ओलम्पिक फेल्प्स के करियर का आखिरी ओलम्पिक है और उन्होंने अपनी बादशाहत को कायम रखते हुए व्यक्तिगत उपलब्धियों का इतिहास रचा दिया।
यह फेल्प्स का पांचवां ओलम्पिक है और वह अब तक ओलम्पिक खेलों में 21 स्वर्ण पदक सहित कुल 25 पदक जीत चुके हैं।
वहीं फेल्प्स की तुलना यदि 1.2 अरब की जनसंख्या वाले भारत से की जाए तो भारत के पास ओलम्पिक खेलों में कुल 26 पदक हैं, जिसमें आठ स्वर्ण पुरुष हॉकी ने दिलाए थे।
भारतीय हॉकी टीम ने 1928 से 1956 तक देश को लगातार छह स्वर्ण पदक लाकर दिए थे। जिसके बाद बीजिंग ओलम्पिक-2008 में निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने 10 मीटर एयर राइफल में भारत को एकल स्पर्धा में पहला स्वर्ण पदक दिलाया था।
भारत के पास छह रजत पदक और 11 कांस्य पदक हैं।
फेल्प्स के पास रियो ओलम्पिक में भारत से आगे जाने का मौका है। वह अभी दो और स्पर्धाओं में हिस्सा लेंगे। बुधवार को वह 200 मीटर व्यक्तिगत मेडले में उतरेंगे जबकि गुरुवार को वह 100 मीटर बटरफ्लाई स्पर्धा में दावेदारी पेश करेंगे। –आईएएनएस
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