नई दिल्ली, 03 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उसे संविधान का सबसे बड़ा विरोधी बताया।
राज्यसभा में संसद के संयुक्त अधिवेशन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की मानसिकता एससी, एसटी और ओबीसी का विरोध करने की है।
उन्होंने मुख्य विपक्षी दल पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का अपमान करने का भी आरोप लगाया और कहा कि उसने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का भी अपमान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
मोदी ने कहा कि संविधान केवल लेखों का संकलन नहीं है, बल्कि इसकी भावना और शब्द सरकार के लिए मूल्यवान हैं।
उन्होंने कहा कि संविधान सरकार को दिशा देने वाला प्रकाश स्तंभ है। बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के योगदान की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि संविधान अपने 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। लोगों ने एनडीए को फिर से सत्ता में लाने के लिए वोट दिया है क्योंकि उन्हें भरोसा है कि मौजूदा सरकार संविधान की रक्षा करेगी।
एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल के विजन पर मोदी ने कहा कि गरीबी के खिलाफ लड़ाई सरकार का मुख्य एजेंडा होगी और देश गरीबी के खिलाफ विजयी होगा।
उन्होंने कहा कि लोगों ने इस सरकार के पिछले दस वर्षों के दौरान किए गए कार्यों का समर्थन किया है और उन्होंने प्रदर्शन को चुना है।
उन्होंने कहा कि छह दशक के बाद ऐसा हुआ है कि लोगों ने लगातार तीसरी बार किसी सरकार को चुना है।
मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई के लिए केंद्रीय एजेंसियों को खुली छूट दी गई है।
प्रधानमंत्री जब यह बयान दे रहे थे, तो कांग्रेस, डीएमके, टीएमसी, आम आदमी पार्टी, आरजेडी, लेफ्ट और अन्य विपक्षी दलों ने हंगामा किया और वेल में आ गए। चेयरमैन जगदीप धनखड़ ने उन्हें अपनी सीट पर वापस जाने को कहा। बाद में विपक्षी दलों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
विपक्ष के वॉकआउट पर प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष में उनके द्वारा उठाए गए सवालों के जवाब सुनने की हिम्मत नहीं है।
उन्होंने विपक्ष के वॉकआउट को उच्च सदन का अपमान बताया। विपक्ष के वॉकआउट पर चेयरमैन ने भी नाराजगी जताई।
इससे पहले, आज सुबह जब सदन की बैठक हुई, तो राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के साथ चर्चा फिर से शुरू हुई।
सदन से बाहर मीडिया को सम्बोधित करते हुए राज्य सभा में प्रतिपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ये कांग्रेस पार्टी के अनुशासन का ही कमाल है कि प्रारूप समिति संविधान सभा में संविधान की हर धारा व हर संशोधन करने के बारे में निश्चित जानकारी के साथ प्रस्तुत कर सकी। इसलिए संविधान सभा के समक्ष संविधान के प्रारूप के अबाध रूप से प्रस्तुत किए जाने के समस्त श्रेय पर कांग्रेस पार्टी का हक है।
Image courtesy Sansad TV : Responding to the motion of thanks in the Rajya Sabha, Prime Minister Modi
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