अमृतसर, 4 दिसम्बर | नरेंद्र मोदी ने सिखों के सबसे पवित्र मंदिर-स्वर्ण मंदिर में लंगर परोसने वाले पहले प्रधानमंत्री बन गए। मोदी ने यहां शनिवार की रात श्रद्धालुओं को भोजन परोसा।
मोदी स्वर्ण मंदिर में पहली बार आए थे और उनके साथ अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ घानी भी थे। अफगानिस्तान पर छठे हार्ट ऑफ एशिया-इस्तानबुल सम्मेलन के इतर यह दौरा किया गया।
स्वर्ण मंदिर के मुख्य सूचना अधिकारी गुरबचन सिंह ने रविवार को कहा, “स्वर्ण मंदिर में श्रद्धालुओं की सेवा करने वाले मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं।”
सिंह ने कहा कि हरमंदर साहब में मत्था टेकने और प्रार्थना करने देश के प्राय: सभी पूर्व प्रधानमंत्री आए थे, लेकिन किसी ने लंगर में भोजन नहीं परोसा था।
मुख्य सूचना अधिकारी ने कहा कि मोदी ने शनिवार की रात मंदिर के भोजन कक्ष में प्रवेश किया और अचानक श्रद्धालुओं को भोजन परोसना शुरू कर दिया।
हरमंदर का भोजन कक्ष सामुदायिक रसोई है जो 24 घंटे खुला रहता है। पर्व और त्योहारों के मौके पर यहां प्रतिदिन करीब एक लाख लोग भोजन करते हैं।
पदाधिकारी ने कहा कि प्राय: सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों ने स्वर्ण मंदिर का दौरा किया। उन्होंने याद करते हुए कुछ नाम लिए जिनमें इंदिरा गांधी, वी.पी.सिंह, चंद्रशेखर, अटल बिहारी वाजपेयी, एच.डी. देवगौड़ा, इंदर कुमार गुजराल और मनमोहन सिंह शामिल थे।
गुरबचन सिंह ने कहा, “वास्तव में मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री के रूप में स्वर्ण मंदिर का कई बार दौरा किया।”
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार, एक ऊनी टोप्ी पहनकर मोदी स्वर्ण मंदिर में करीब 40 मिनट तक रहे। यह मंदिर करीब 15 एकड़ भूमि पर फैला हुआ है।
मोदी के दौरे के दौरान शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने स्वयं सेवी बल उपलब्ध कराए थे, जबकि सुरक्षा अधिकारी सादे कपड़े में उच्च सुरक्षा वाले वीआईपी के साथ चल रहे थे।
स्वर्ण मंदिर के दौरा करने वाले विदेशी नेताओं में शामिल कनाडा के तत्कालीन प्रधानमंत्री स्टीफेन हार्पर नवम्बर, 2009 में यहां आए थे। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ और उनके पति राजकुमार फिलिप ने अक्टूबर, 1997 में हरमंदर साहिब का दौरा किया था।–आईएएनएस
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