तेल अवीव 06 जुलाई (जनसमा)। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने इसराइल के ऐतिहासिक दौरे के तीसरे और अंतिम दिन, गुरूवार को भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान हाइफ़ा की रक्षा में अपनी जान गंवा दी थी। मोदी ने हाइफ़ा में भारतीय स्मारक का दौरा किया और सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मोदी ने अपने समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू के साथ आधिकारिक चर्चा के बाद मजबूत कन्वर्जेंस उभरा है।
वार्ता के बाद जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों देशों ने 40 मिलियन अमरीकी डॉलर की एक तकनीकी नवप्रवर्तन निधि स्थापित करने का भी निर्णय लिया है।
तेल अवीव में एक बड़ी सभा में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए, प्रधान मंत्री ने आश्वासन दिया कि भारत, भारतीय मूल के यहूदी नागरिकों द्वारा भारत का विदेशी नागरिक (ओसीआई) कार्ड प्राप्त करने में कठिनाई को दूर करेगा। उन्होंने कहा, ओसीआई कार्ड अब भारतीय मूल के उन लोगों को दिया जाएगा जिन्होंने इजरायल की अनिवार्य सेना में सेवा की थी।
मोदी ने इसराइल के उद्योगपतियों से कहा कि आओ और रक्षा क्षेत्र में निवेश करें क्योंकि भारत ने अब इस क्षेत्र में 100 प्रतिशत एफडीआई को मंजूरी दे दी है।
दोनों देशों ने बढ़ते कट्टरपंथ और आतंकवाद से निपटने और साइबर सुरक्षा में सहयोग बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की।
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