लखनऊ, 02 जनवरी (जस)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को लखनऊ में एक महारैली को संबोधित करते हुए उप्र की जनता का आह्वान किया कि जनता विकास का बनवास समाप्त करे। साथ ही उन्होेंने जनता को चेताया कि अपने-अपने स्वार्थ में लिप्त राजनीतिक दलों से बचें, स्वार्थ की राजनीति के बजाए विकास की राजनीति को समर्थन दें।
लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में प्रधानमंत्री ने उप्र की जनता का आह्वान किया कि एक बार अपने-पराए से ऊपर उठकर, जात-पात से ऊपर उठकर उप्र के विकास के लिए चुनाव में वोट दीजिए और आप देखेंगे कि उप्र कैसे बदलता है।
उन्होंने कहा कि उप्र में 14 साल से विकास का बनवास हो गया है। कहा जाता है भाजपा का 14 साल का बनवास खत्म होगा लेकिन भाजपा का मुद्दा यह नहीं है। भाजपा उप्र का विकास चाहती है। उप्र के विकास पर ही देश का विकास निर्भर करता है।
रैली में आई हुई समर्थकों की भीड़ को देखकर गदगद हुए मोदी ने कहा, ‘‘मुझे इतनी बड़ी रैली को संबोधित करने का मौका कभी नहीं मिला। मैं स्वयं लोकसभा का चुनाव लड़ रहा था तब भी ऐसा विराट दृश्य देखने का सौभाग्य मुझे नहीं मिला।’’
मोदी ने कहा, ‘‘लखनऊ की धरती अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मभूमि है। अटल जैसे अनेक महापुरुषों ने अपनी जवानी इस धरती पर खपाई, पसीना बहाया और रात-दिन एक करके पूरे हिन्दुस्तान में भाजपा का वटवृक्ष तैयार किया।’’
एक ट्वीट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि सुबह 10 बजे से इतनी बड़ी तादाद में मुझे आशीर्वाद देने आए भाइयों और बहनों मैं आपका हृदय से अभिनंदन और आभार व्यक्त करता हूँ।
नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज का दृश्य जब अटल जी टेलीविजन पर देख रहे होंगे तो उन्हें बड़ा संतोष मिल रहा होगा।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक पंडित चुनाव की राजनीति का हिसाब-किताब लगा रहे हैं, उन्हें यह रैली देखने के बाद मेहनत करने की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि आने वाले विधानसभा इस चुनाव में क्या होने वाला है। यह हवा का रुख साफ बता रहा है।
मोदी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री के रूप में आपने मुझे उत्तर प्रदेश से संसद सदस्य बनाया उसका परिणाम है कि 20 साल बाद देश को पूर्ण बहुमत की सरकार मिली। अब इसे आप उप्र में दोहराएं।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि राजनीति की दृष्टि से जो लोग समझ रखने वाले हैं उनका विवेक और बुद्धि दूध का दूध और पानी का पानी अलग-अलग करने का सामर्थ्य रखती है।
मोदी ने कहा कि मेरे अपने बनारस क्षेत्र में रोड बनवाना हो तो तराजू से तौला जाता था कि किस दल की ओर से सुझाव आया है। जब से दिल्ली में हमारी सरकार बनी है, उप्र सरकार को हर साल फाइनेंस कमीशन के माध्यम से 1 लाख करोड़ रुपए खर्च की इजाजत मिली है लेकिन उप्र सरकार खर्च नहीं कर पाई और विकास नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली सरकार के पैसों का सही उपयोग हुआ होता तो उप्र की तस्वीर बदल जाती।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दो दलों के बीच राजनीति समझ सकते हैं लेकिन जनता के साथ राजनीति नहीं होनी चाहिए। इससे विकास रुक जाता है और जनता पिछड़ती जाती है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा किसानों को पूरी मदद मिलने के बाद भी उप्र सरकार को किसानों से धान खरीदने की फुर्सत नहीं है। किसानों की यह हालत मंजूर नहीं है। इसलिए परिवर्तन आवश्यक है और इसलिए परिवर्तन यात्रा लेकर हम निकले हैं।
मोदी ने समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को आड़े हाथों लेते हुए कहा, ‘‘सपा बसपा को साथ देखा है। दोनों के बीच झगड़ा है लेकिन एक मुद्दे पर इकट्ठे हो गए हैं और कह रहे हैं कि मोदी को हटाओ, मोदी को बदलो।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी दल स्वार्थ की राजनीति में लगे हैं, केवल भाजपा है जो उप्र का विकास करना चाहती है। उन्होंने कहा, ‘‘एक दल ऐसा है जो अपने बेटे को स्थापित करने के लिए कोशिश कर रहा है, दूसरा है जो परिवार को स्थापित करने में लगा है और तीसरा पैसे बचाने में लगा है।’’
मोदी ने जनता से पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने की अपील करते हुए कहा, ‘‘देश को ऐसी सरकार मिली है जिसके हाईकमान हिन्दुस्तान के 125 करोड़ नागरिक हैं, इसका कारण पूर्ण बहुमत की सरकार है। इसलिए भारी बहुमत से सरकार बनाएं ताकि उ.प्र. के भाग्य को बदलने में रुकावट न आए और दिल्ली की ताकत भी पूरी तरह साथ आए।
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