साइबर धोखाधड़ी की इस साल देश में 10 लाख से अधिक घटनाएं दर्ज की गई हैं। साइबर घटनाओं को दर्ज करने के लिए टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर ‘1930’ चालू किया गया है।
नई दिल्ली, 20 दिसंबर। इस साल 2023 में 30 नवंबर तक “राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल” पर वित्तीय धोखाधड़ी की 10 लाख 10 हज़ार से अधिक घटनाएं दर्ज की गई हैं।
नागरिक वित्तीय साइबर धोखाधड़ी रिपोर्टिंग और प्रबंधन प्रणाली (CFCFRMS) की स्थापना (2021) के बाद से, 4 लाख से ज्यादा घटनाओं में 1000 करोड़ रुपये से अधिक बचाए गए हैं। यह बात गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कही।
ऑनलाइन साइबर घटनाओं को दर्ज करने में सहायता प्राप्त करने के लिए एक टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर ‘1930’ चालू किया गया है।
यह मॉड्यूल एक एकीकृत मंच प्रदान करता है, जहां राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के एलईए, सभी प्रमुख बैंक और वित्तीय मध्यस्थ, भुगतान वॉलेट, क्रिप्टो एक्सचेंज और ई-कॉमर्स कंपनियां सहित सभी हितधारक त्वरित, निर्णायक और सिस्टम-आधारित प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करते हैं।
पीड़ित के खाते से साइबर जालसाज़ के खाते में धन के प्रवाह को रोकने के लिए कदम उठाया गया है। इस प्रकार जब्त किया गया पैसा उचित कानूनी प्रक्रिया के बाद पीड़ित को वापस कर दिया जाता है।
नागरिक वित्तीय साइबर धोखाधड़ी रिपोर्टिंग और प्रबंधन प्रणाली (CFCFRMS) प्लेटफ़ॉर्म धोखाधड़ी की आय को रूट करने के लिए धोखेबाजों द्वारा दुरुपयोग किए जा रहे विभिन्न वित्तीय चैनलों की पहचान करने में सक्षम बनाता है।