प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने कहा कि आज सरकार की 425 से ज्यादा स्कीम का लाभ direct लाभार्थियों तक पहुंच रहा है। जिसके कारण करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपये गलत हाथों में जाने से बचे हैं।
कॉन्क्लेव (Conclave) ऑफ एकाउंटेंट्स जनरल और डिप्टी अकाउंटेंट्स जनरल (Accountants General and Dy. Accountants General ) में बोलते हुए उन्होंने कहा कि जीएसटी जैसे चुनौतीपूर्ण और जटिल सुधार को देश की व्यापारिक संस्कृति का हिस्सा बनाने में तो आपने भी सराहनीय भूमिका निभाई है।
प्रधान मंत्री के भाषण की कुछ खास बातें :
- गांधीजी कहते थे कि जिस तरह व्यक्ति अपना पीठ नहीं देख सकता, अपना back नहीं देख सकता, उसी तरह व्यक्ति के लिए अपनी त्रुटियों को देखना भी बड़ा मुश्किल होता है।
- CAG को टुकड़ों में सोचने के बजाय सम्पूर्णता में काम करने की जरूरत है। सिर्फ आंकड़ों और प्रक्रियाओं तक ही ये संगठन को सीमित नहीं रह सकता है, बल्कि वाकई में गुड गवर्नेंस के एक Catalyst के रूप में आगे आना है।
- देश में outcome आधारित time bond तरीके से काम करने की जो व्यवस्था विकसित हो रही है, उसमें CAG की बहुत बड़ी भूमिका है।
- असली reform तब आता है, जब किसी संगठन में पूरी rank और file पूरी ईमानदारी से उसके लिए तैयार होती है, motivate होती है।
- सरकार का हिसाब-किताब खुला और पारदर्शी रहा है, बल्कि एक dashboard की तरह रहे हैं। जो भी है वो सबके सामने है, जितना भी है वो स्पष्ट दिखता है।
- आज भारत दुनिया की सबसे अग्रणी digitized economy में से एक है और यहां तेजी से digital infrastructure का निर्माण हो रहा है।
- हमारा लक्ष्य है कि साल 2022 तक Evidence Based Policy-Making को गवर्नेंस का अभिन्न हिस्सा बनाया जाए। ये New India की नई पहचान बनाने में भी मदद करेगा।
- अब CAG सहित तमाम ऑडिटर्स को चाहे वो internal हो, या फिर external हो, नई चुनौतियों से निपटने के लिए innovative तरीके ढूंढने ही पड़ेंगे। और इसके लिए सबसे पहले हमें ऑडिटर्स की core values को प्रोत्साहित करना होगा, तभी हम occupational fraud पर नकेल कस पाएंगे।