भोपाल, 27 अप्रैल (जनसमा)। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरूवार को धार जिले के धरमपुरी में मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना के सामूहिक विवाह सम्मेलन में शामिल हुए। एक ही पंडाल के नीचे लगभग सवा 600 जोड़ों ने हिन्दू रीति-रिवाज के साथ वैदिक मंत्रोच्चार के बीच अग्नि के सामने सात फेरे लिए वही 23 मुस्लिम जोड़ों का निकाह भी पढ़ाया गया।
शिवराज ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना में अब वधुओं को 25 हजार रूपये की राशि के साथ ही स्मार्ट फोन भी दिये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री बनते ही सबसे पहले लाड़ली लक्ष्मी योजना को मूर्त रूप दिया। मेरे मन में यह संकल्प था कि बेटियों को माता-पिता के ऊपर बोझ नहीं रहने देंगे, उन्हें वरदान बनाकर रहेंगे। बेटियों के कल्याण के लिये लाड़ली लक्ष्मी से लेकर पढ़ाई-लिखाई के साथ ही विवाह तक की चिन्ता सरकार कर रही है।
उन्होंने कहा कि यह भी तय किया है कि आगे से अध्यापक/शिक्षकों की भर्ती में 50 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं को दिया जाए। स्थानीय निकायों एवं पंचायतों में पहले से ही महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान है। वन विभाग को छोड़कर शेष सभी विभाग में 33 प्रतिशत पदों पर भर्ती महिलाओं के लिए आरक्षित की गई है। पुलिस में भी बेटियाँ अब कांस्टेबल से पुलिस अफसर तक बन रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने लिंगानुपात के मामले में धार जिले की प्रशंसा की।
चौहान ने कहा कि कोई भी विद्यार्थी 12वीं में 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करता है तथा उसका आईआईटी, मेडिकल संस्थानों, आईआईएम जैसे संस्थानों में प्रवेश होता है तो उस विद्यार्थी की फीस मध्यप्रदेश की सरकार वहन करेगी।
Follow @JansamacharNews