रायपुर, 10 अप्रैल। छत्तीसगढ़ शासन के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत पिछले वित्तीय वर्ष 2016-17 में माह दिसंबर 2016 तक गरीब परिवारों की एक हजार 677 बेटियों के विवाह करवाए गए। इन्हें मिलाकर योजना प्रारंभ से यानी वर्ष 2005-06 से अब तक कुल 67 हजार 364 कन्याओं के हाथ पीले हुए।
इस अवधि में योजना के तहत सामूहिक विवाह समारोहों के आयोजन में 69 करोड़ 49 लाख रूपए खर्च किए गए। मुख्यमंत्री कन्या विवाह में संबंधित जिलों के स्थानीय जिला प्रशासन और समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किए जाते हैं। इन समारोहों में बेटियों की शादी उनके अपने धार्मिक-सामाजिक रीति-रिवाजों के अनुसार होती है।
उल्लेखनीय है कि गरीब परिवारों की बेटियों के विवाह में होने वाली आर्थिक कठिनाई के निवारण, विवाह के अवसर पर होने वाली फिजूलखर्ची रोकने, सादगीपूर्ण विवाह को बढ़ावा देने निर्धनों के मनोबल/आत्मसम्मान को बढ़ाने उनकी सामाजिक स्थिति में सुधार लाने सामूहिक विवाहों को प्रोत्साहन देेने तथा विवाहों में दहेज लेन-देन की रोकथाम करने हेतु मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना संचालित है।
गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले परिवार/मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना अंतर्गत कार्डधारी परिवार की 18 वर्ष से अधिक आयु की अधिकतम दो कन्याओं के विवाह हेतु 15 हजार रूपए की आर्थिक सहायता दी जाती है। यह सहायता 11500 रूपए तक की सामग्री के रूप में और 1000 रूपए बैंक ड्राफ्ट के रूप में दी जाती है। सामूहिक विवाह आयोजन पर प्रति कन्या 2500 रूपए तक राशि व्यय किए जाने का प्रावधान है।
(फाइल फोटो)
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