बीते साढ़े चार वर्षों के दौरान संकट में फंसे दो लाख से ज्यादा भारतीयों को सरकार के प्रयासों से दुनिया के भिन्न-भिन्न देशों में मदद पहुंचाई गई है।
यह जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार, 22 जनवरी को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 15 वें प्रवासी भारतीय दिवस का उद्घाटन करते हुए दी।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा “सरकार का पूरा प्रयास है कि आप सभी जहां भी रहें सुखी रहें और सुरक्षित रहें। ”
मोदी ने कहा कि मैं आपको आज की सच्चाई भी बताना चाहता हूं। हमने टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके इस 85 प्रतिशत की लूट को शत-प्रतिशत खत्म कर दिया है।
प्रवासी भारतीयों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीते साढ़े चार वर्षों में करीब-करीब 5 लाख 80 हजार करोड़ रुपये… यानि करीब-करीब 80 billion डॉलर हमारी सरकार ने अलग-अलग योजनाओं के तहत सीधे लोगों को दिए, उनके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किए हैं।
“अब आप अंदाज लगाइए अगर देश अपने पुराने तौर-तरीकों से ही चलता रहता होता तो आज भी इस 5 लाख 80 हजार करोड़ रुपये में से करीब-करीब साढ़े चार लाख से भी ज्यादा हजार करोड़… साढ़े चार लाख हजार करोड़ से ज्यादा… ये रकम छूमंतर हो जाती, लीक होती, अगर हम व्यवस्था में बदलाव नहीं लाते होते तो ये राशि उसी तरह लूट ली जाती जैसे पूर्व प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया था कि लूटी जाती थी। ”
मोदी ने कहा कि सुधार पहले भी हो सकता था लेकिन नीयत नहीं थी, इच्छाशक्ति नहीं थी और नीति की अपेक्षा करना जरा कठिन लगता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार अब उस रास्ते पर चल रही है कि सरकार द्वारा दी जाने वाली हर मदद Direct benefit transfer scheme के तहत सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में transfer की जाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं आपको एक और आंकड़ा देता हूं। पिछले साढ़े चारसाल में हमारी सरकार ने करीब-करीब 7 करोड़ ऐसे फर्जी लोगों को पहचान कर उन्हें व्यवस्था से हटाया है।
मोदी ने कहा “ये 7 करोड़ लोग वो थे जो कभी जन्मे ही नहीं थे जो वास्तव में थे ही नहीं लेकिन ये 7 करोड़ लोग सरकारी सुविधाओं को लाभ ले रहे थे। कागज पर वो थे, कागज पर पैदा भी हुए,बड़े भी हुए और फायदा भी उठाते रहे।
आप सोचिए पूरे ब्रिटेन में जितने लोग हैं, पूरे फ्रांस में जितने लोग हैं, पूरे इटली में जितने लोग हैं ऐसे अनेक देशों की जनसंख्या से ज्यादा तो हमारे यहां वो लोग थे जो सिर्फ कागजों में ही जी रहे थे और कागजों में ही सरकारी सुविधाओं का लाभ चला जाता था।
इन 7 करोड़ फर्जी लोगों को हटाने का काम हमारी सरकार ने किया है। ये उस बदलाव की एक झलक है जो पिछले साढ़े चार वर्षों में देश में आना शुरू हुआ है।
देश में बड़े पैमाने पर हो रहे परिवर्तन की न्यू इंडिया के नए आत्मविश्वास की एक झांकी भर है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के गौरवशाली अतीत को फिर स्थापित करने के लिए 130 करोड़ भारतवासियों के संकल्प का ये परिणाम है। और मैं आज बहुत गर्व से कहना चाहता हूं इस संकल्प में आप भी शामिल हैं।
Follow @JansamacharNews