दिल्ली सरकार ने वायु गुणवत्ता मूल्यांकन पर संयुक्त अध्ययन के लिए सोमवार 7 जनवरी को वाशिंगटन विश्वविद्यालय (सेंट लुईस) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
वाशिंगटन विश्वविद्यालय और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति, परियोजना पर संयुक्त रूप से अगले 18 महीनों तक काम करेगी।
पूरे वर्ष वायु प्रदूषण स्रोतों की वास्तविक समय वायु गुणवत्ता निगरानी और पहचान परियोजना का मुख्य लक्ष्य है।
समझौता ज्ञापन का उद्देश्य वाशिंगटन विश्वविद्यालय और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति द्वारा पीएम 2.5 के लिए विशेष संदर्भ के साथ वास्तविक समय स्रोत संयुक्त का अध्ययन करना है। इस संदर्भ में मौलिक, कार्बनिक कार्बन और 72 अकार्बनिक तत्वों का विश्लेषण भी किया जाएगा।
परियोजना की अवधि 18 महीने है। कार्य एरोसोल और वायु गुणवत्ता अनुसंधान प्रयोगशाला (एएक्यूआरएल) के कर्मियों द्वारा किया जाएगा। प्रयोगशाला के विशेषज्ञों को वायु की गुणवत्ता की समस्याओं की पहचान करने , वायु प्रदूषक और उत्सर्जन को कम करने के लिए उपाय सुझाने की विशेषज्ञता है।
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