नई दिल्ली, 31 मार्च | बॉलीवुड की अनुभवी अभिनेत्री और सामाजिक कार्यकर्ता शबाना आजमी का कहना है कि मुख्यधारा सिनेमा के जरिए परिवर्तन दिखाया जाना चाहिए क्योंकि यह संचार का महत्वपूर्ण माध्यम हैं। शबाना ने मुंबई से फोन पर आईएएनएस से कहा, “फिल्में संचार का महत्वपूर्ण माध्यम है और मुझे लगता है कि समाज में अगर परिवर्तन होता है तो मुख्यधारा सिनेमा का काफी असर पड़ता है क्योंकि अगर आप केवल समानांतर सिनेमा या स्वतंत्र सिनेमा के भीतर अलग-अलग किरदारों के बारे में बात कर रहे हैं तो आप पहले ही बदलाव का प्रचारक हैं।”
उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि मुख्यधारा सिनेमा में महिलाओं की समानता पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए।
पद्मश्री पुरस्कार विजेता इस बात से खुश हैं कि बॉलीवुड के शीर्ष अभिनेत्रियां यह कदम उठा रही हैं।
उन्होनें कहा, “मैं इस बात से खुश हूं कि आज की शीर्ष अभिनेत्रियां इसे गंभीरता से ले रही हैं और वह इस पर काम करने के लिए तैयार हैं, जो महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है।”
विद्या बालन, कंगना रनौत, दीपिका पादुकोण, प्रियंका चोपड़ा और करीना कपूर खान जैसी बॉलीवुड अभिनेताओं की प्रशंसा करते हुए 66 वर्षीया अभिनेत्री ने कहा कि ये सभी महिला सशक्तिकरण के लिए योगदान दे रहे हैं।
शबाना फिलहाल, अपनी आगामी फिल्म ‘सोनाटा’ के लिए तैयार हैं। यह फिल्म 21 अप्रैल को रिलीज हो रही है। –आईएएनएस
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