भोपाल, 22 अप्रैल (जनसमा)। मध्यप्रदेश में नमामि देवि नर्मदे सेवा यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के उत्साह में भीषण गर्मी से भी कोई कमी नहीं आई है। श्रद्धालु दोगुने उत्साह से यात्रा में शामिल होकर जन-मानस को जल-संरक्षण, पर्यावरण, सामाजिक बुराइयों एवं नशामुक्ति का संदेश दे रहे हैं। साथ में माँ नर्मदा में गंदे नदी-नालों के पानी को भी जाने से रोकने का संदेश दे रहे हैं।
माँ नर्मदा के किनारे बसे गाँव के लोगों ने बताया कि शासन की फलदार वृक्ष लगाने की योजना से हम उत्साहित हैं। इससे हमारा जीवन-स्तर सुधरेगा और हम पूरी मेहनत एवं लगन के साथ इस अभियान को सफल बनायेंगे।
यात्रा में चल रहे श्रदालु श्री भोलू महाराज ने कहा कि यह यात्रा निरंतर चलनी चाहिये। उन्होंने बताया कि नर्मदा के किनारे के सभी गाँव में यात्रा का मन से, उमंग से स्वागत किया जा रहा है और लोग यात्रा के उद्देश्य को भली-भाँति समझने लगे हैं। नदी के पानी को साफ एवं स्वच्छ बनाये रखने के लिये दी गयी हिदायतों का पालन करने लगे हैं। इससे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सामाजिक सरोकार के साथ निकाली गयी नर्मदा सेवा यात्रा की सफलता दिखाई देने लगी है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में इस यात्रा से सुदूर आदिवासी गाँवों का जीवन-स्तर सुधरेगा। पर्यावरण, जल-संरक्षण, स्वच्छता, जैविक खेती, नशामुक्ति इत्यादि क्षेत्र में अपना मध्यप्रदेश अग्रणी राज्य होगा। इसमें कोई संदेह नहीं है।
नारायणगंज से कुम्हा के लिये नर्मदा सेवा यात्रा में बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु शामिल हुई। आदिवासी श्रद्धालु बल्ली बाई ने कहा कि इस यात्रा में शामिल होना हमारे लिये सौभाग्य की बात है। हमारे गाँव की बहुत महिलाएँ आयी हैं। सब बहुत खुश हैं।
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