अमरकंटक (मध्यप्रदेश), 15 मई (जनसमा)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां सोमवार को “नमामि देवि नर्मदे” – सेवा यात्रा पूर्णता समारोह के मौके पर नर्मदा नदी के उद्गम-स्थल अनूपपुर जिले के अमरकंटक में जनसमूह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “मध्यप्रदेश सरकार ने नर्मदा नदी के संरक्षण अभियान को लेकर जो कार्ययोजना बनाई है, उसमें हर व्यक्ति के लिए काम है, हर जगह के लिए काम है, कब करना और कैसे करना है, उसका विधि-विधान है, कौन किस काम को देखेगा, इसका ब्यौरा है, एक हिसाब से फ्यूचर विजन का परफेक्ट डॉक्यूमेंट है।”
फोटो : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमरकंटक में “नमामि देवि नर्मदे” – सेवा यात्रा की पूर्णता पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए।
उन्होंने कहा, “हमारे यहां कहा जाता है जो एक साल का सोचता है, वो अनाज बोता है और जो भविष्य का सोचता है वह फलदार वृक्ष बोता है। ये फलदार वृक्ष आने वाले समय में कई परिवारों के लिए अर्थोपाजन की गारंटी भी बन जाते हैं।” उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए अपनाए जा रहे तौर-तरीकों की सराहना करते हुए कहा कि इससे अन्य राज्यों को सीखना चाहिए।
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अनूपपुर जिले के अमरकंटक आगमन पर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय के परिसर में हेलीपेड पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री ओम प्रकाश धुर्वे सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने बुके भेंट कर आत्मीय स्वागत किया।
प्रधानमंत्री ‘नमामि देवि नर्मदे’-सेवा यात्रा की पूर्णता पर होने वाले समारोह में शामिल होने के लिये दोपहर 1.35 बजे हेलीपेड पर पहुँचे। उनके साथ केन्द्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी अमरकंटक पहुँचे।
प्रधानमंत्री मोदी ने हेलीपैड पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टी.वी.कट्टीमनि से विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों और छात्र संख्या की जानकारी ली। इस दौरान कमिश्नर शहडोल संभाग बी.एम. शर्मा, आईजी पुलिस डी. के . आर्य, कलेक्टर अजय शर्मा और एस.पी. सुनील कुमार जैन भी उपस्थित थे।
मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने तय किया है कि नर्मदा नदी के दोनों तटों पर एक-एक किलोमीटर तक फलदार पेड़ों के पौधे लगाए जाएंगे और पहले तीन वर्ष तक सरकार किसानों को मुआवजा देगी, क्योंकि इन पेड़ों में फल कम से कम तीन साल बाद ही फलेंगे। मोदी ने कहा कि वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कहेंगे कि वह कार्ययोजना की किताब अन्य राज्यों को भी भेजें, ताकि वे प्राकृतिक संसाधन की रक्षा का तरीका क्या होता है, उसे उदाहरण के तौर पर लेकर अपने-अपने राज्य में योजना बनाकर लागू करें।
प्रधानमंत्री ने कहा, “नर्मदा में किसान की जिंदगी बदलने की ताकत है। 2022 तक किसान की आय दोगुना करने का काम पूरे देश में चल रहा है, मध्यप्रदेश ने उसकी पूरी योजना तैयार कर दी है, जिसका लाभ देश को मिलेगा।” मोदी ने मुख्यमंत्री शिवराज की योजनाओं और उनकी कार्यशैली की जमकर सराहना की। साथ ही कहा कि 148 दिन चली यात्रा ‘नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा’ को प्रदेश के लोगों का भरपूर साथ मिला है।
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