नर्मदा सेवा यात्रा एक नए मध्यप्रदेश को गढ़ने की शुरुआत : शिवराज

भोपाल, 24 फरवरी (जनसमा)। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा सेवा यात्रा के माध्यम से एक नए मध्यप्रदेश को गढ़ने की शुरुआत हुई हैं। गाँव एवं पंचायत स्तर पर नर्मदा सेवा समितियाँ बन रही हैं। उन्होंने प्रदेशवासियों से आव्हान किया कि वे भी नर्मदा सेवा समितियों से जुड़कर नदी को प्रदूषण से मुक्त और निर्मल बनाने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के इस महा-अभियान को सार्थकता प्रदान करे।

फोटो : शिवराज सिहं चौहान ने “नमामि देवि नर्मदे” – सेवा यात्रा में धार जिले के कोटेश्वर में नर्मदा तट पर हुई महाआरती में सुप्रसिद्ध गायिका अनुराधा पोडवाल के साथ भजन गाते हुए।

नर्मदा सेवा यात्रा के 74वें दिन मुख्यमंत्री धार जिले के कोटेश्वर में जन-संवाद को संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि नर्मदा मैया के आँचल को निर्मल व अविरल बनाने का प्रयास सतत जारी रहेगा। इसके लिये नर्मदा के दोनो तट पर व्यापक वृक्षारोपण किया जाएगा। इस दिशा में कार्य किए जाने से किसानों को रोजगार मिलेगा, जिससे वे समृद्ध होंगे। नर्मदा नदी के जल को प्रदूषित होने से रोकने के लिए एक बूंद भी गंदा पानी मिलने नहीं देंगे। इसके लिए बडे़ शहरों से निकलने वाले गंदे पानी को ट्रीटमेंट प्लांट के जरिए शुद्ध कर उस जल को खेतों एवं बाग-बगीचों में उपयोग किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने खुले में शौच कर नर्मदा जल को दूषित एवं नशा नही करने तथा बेटी बचाने का संकल्प दिलवाया। उन्होंने ग्रामीणों से अपने घरों में शौचालय बनाने एवं उपयोग करने का अनुरोध किया। नर्मदा नदी में पूजन-सामग्री तथा पुष्प आदि के विजर्सन के लिए अलग से पूजन-कुंड एवं मूर्ति विसर्जन करने के लिए कुंड, शवदाह के लिये मुक्तिधाम बनाए जाने की बात कही। जन-संवाद में समाज सेवी डॉ. सुब्बाराव ने भी नर्मदा सेवा यात्रा के पवित्र उद्देश्य के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया और कहा कि माँ नर्मदा के प्रति इतनी बड़ी संख्या में लोगों की श्रद्धा व आस्था देखकर मन गर्वित हो गया हैं। उन्होने कहा कि जब किसी अभियान के प्रति जनता का जुड़ाव हो जाता है तो वह जन-आंदोलन का रुप ले लेता है। यह अभियान अब जन-आंदोलन का रुप ले चुका हैं और यह आगे भी अनवरत जारी रहना चाहिए। गुजरात के आनंद स्थित जामा मस्जिद के मौलाना लुकमान तारापुरी ने भी अपने विचार रखें।