मालवांचल के बड़े-बड़े शहरों में पहुँचा नर्मदा नदी का पानी : शिवराज

भोपाल, 01 मार्च (जनसमा)। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा सेवा यात्रा का एक और उद्देश्य यह भी है कि मालवांचल को रेगिस्तान बनने से रोका जाये। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी के पानी को मालवांचल के बड़े-बड़े शहरों में पहुँचाया गया है। धार जिले के साथ ही इस पूरे अंचल में खेतों के हरे-भरे होने का कारण माँ नर्मदा नदी ही हैं। चौहान मंगलवार को धार जिले के बाकानेर में जन-संवाद को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित ऑर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने प्रदेश में आनंद मंत्रालय बनाने की सराहना की।

फोटो : शिवराज सिंह चौहान ने “नमामि देवि नर्मदे” – सेवा यात्रा में धार जिले के ग्राम सेमल्दा में सपत्नीक नर्मदा तट पर माँ नर्मदा का जलाभिषेक किया। इस अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी प्रदेश की जीवन-रेखा है, इसके बगैर जीवन की कल्पना करना ही संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि नर्मदा के जल को सहेजना हम सभी की जिम्मेदारी है। इसे प्रदूषण से मुक्त करने में जन-सहयोग जरूरी है। उन्होंने लोगों का आव्हान किया कि वे नदी को स्वच्छ बनाने और हरियाली चुनरी ओढ़ाने में सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा का जल मालवा सहित पूरे प्रदेश में ले जाया जायेगा। इसके जल से प्रदेश की 30 प्रतिशत से अधिक जमीन को सिंचित किया जा सकेगा। आज प्रदेश की कृषि विकास दर पिछले 4 वर्ष से 20 प्रतिशत अधिक है, तो इसके पीछे भी नर्मदा मैया हैं। उन्होंने कहा है कि सरकार की योजना है कि सभी शहरी क्षेत्र में पाइप लाइन के जरिये नर्मदा जल पहुँचाया जाये।

 

‘नमामि देवि नर्मदे”-सेवा यात्रा में विशेष रूप से शामिल होने आये सुप्रसिद्ध संत और ऑर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने आनंद मंत्रालय शुरू कर एक अच्छी पहल की है। उन्होंने इसकी सराहना करते हुए कहा कि इसके जरिये मुख्यमंत्री ने वस्तु भोग ही नहीं, बल्कि मन की अवस्था को प्रसन्न रखने की भी पहल की है।

श्री श्री रविशंकर महाराज ने कहा कि सनातन धर्म में जल और थल संरक्षण की महान परम्परा रही है। मुख्यमंत्री ने नर्मदा के संरक्षण की यात्रा से इसी परम्परा को निभाया है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण बचाने के लिये प्रत्येक नागरिक पाँच पौधे लगाये। श्री श्री ने कहा कि सबके कल्याण की भावना से मध्यप्रदेश में हो रहा काम सराहनीय है।