केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने संसद के मॉनसून सत्र के दौरान लोकसभा में सोमवार को कहा कि असम में जारी राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) सूची पूरा मसौदा नहीं है “यह ड्राफ्ट सूची है, अंतिम सूची (फाइनल लिस्ट) नहीं है।
राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर की सूची जारी होने के बाद कहा है, “कुछ लोग अनावश्यक रूप से डर का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। यह पूरी तरह निष्पक्ष रिपोर्ट है।
उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की गलत सूचना नहीं फैलाई जानी चाहिए। अगर किसी का नाम फाइनल लिस्ट में भी नहीं आता है, तो भी वह विदेशी न्यायाधिकरण में जा सकता है, किसी के भी विरुद्ध बलपूर्वक कोई कार्रवाई नहीं की जाएगीहै।
राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) का पूरा मसौदा असम के 2 करोड़ 89 लाख 83 हजार 677 नागरिकों के नाम से प्रकाशित किया गया है। एनआरसी अद्यतन प्रक्रिया में कुल 3 करोड़ 2 9 लाख 91 हजार और 384 व्यक्तियों ने आवेदन किया था। एनआरसी ड्राफ्ट में 40 लाख 7 हजार 707 लोगों के नाम नहीं दिखाई दिए।
गुवाहाटी में संयुक्त प्रेस बैठक को संबोधित करते हुए भारत के रजिस्ट्रार जनरल सेलेश ने कहा कि यह देश और असम के लिए एक ऐतिहासिक दिन था।
उन्होंने कहा कि उन लोगों को अवसर दिया जाएगा जिनके नाम आज मसौदे में शामिल नहीं हैं।
गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव सत्यन गर्ग ने कहा कि कोई भी नाम गृह मंत्रालय द्वारा घोषित किए गए हिरासत शिविर या विदेशियों के लिए बनाये गये ट्रिब्यूनल को नहीं भेजा जाएगा।
राज्य एनआरसी समन्वयक प्रतीक हाजेला ने कहा कि ड्राफ्ट सूची में नामों को शामिल न करने के बारे में जानकारी और कारण दिए जाएंगे। आवेदन के साथ लगभग 6.56 करोड़ सहायक दस्तावेज प्राप्त हुए हैं।
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