हिमाचल के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने घोषणा की कि प्रतिभावान व सुविधाओं से वंचित बच्चों के लिए हिमाचल प्रदेश में एक राष्ट्रीय स्तरीय खेल अकादमी स्थापित की जाएगी ।
वह रविवार को नई दिल्ली में ग्रैपलिंग फेडरेशन ऑफ इण्डिया और ड्रॉप रोबाल फेडरेशन ऑफ इण्डिया द्वारा आयोजित अखिल भारतीय खेल संघ सम्मान समारोह में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि अकादमी खिलाड़ियों, गैर सरकारी संगठनों तथा प्रदेश सरकार के संयुक्त प्रयासों से सर्वाजनिक निजी भागीदारी में स्थापित की जाएगी।
अकादमी के लिए उपयुक्त भूमि को चिन्हित करने की प्रक्रिया पहले ही आरम्भ कर दी गई है।
आचार्य देवव्रत ने प्रतिभा चयन कार्यक्रम आरम्भ करने को कहा ताकि हिमाचल प्रदेश सहित पूरे देश से श्रेष्ठ खिलाड़ियों तैयार किया जा सके।
उन्होंने हरियाणा के कोचों की सरहना की जिन्होंने हरियाणा के युवाओं को देश के लिए श्रेष्ठ खिलाड़ी तैयार करने में महत्वपूर्ण
भूमिका निभाई है।
आचार्य देवव्रत ने चौधरी समपूर्ण सिंह तथा राज कुमार वर्मा की सामाजिक गतिविधियों व खेल अकादमी के लिए दिए गए योगदान के लिए सराहना की।
इस कार्यक्रम में देशभर के 36 खेल संघों के लगभग 100 पदाधिकारियों ने भाग लिया।
एम.डी. विश्वविद्यालय रोहतक के खेल निदेशक देवेन्द्र कुमार ढुल ने कहा कि हरियाणा राज्य द्वारा देश को श्रेष्ठ खेल प्रतिभाएं प्रदान की जा रही है और रोहतक हमेशा ही अधिक संख्या में अर्जुन पुरस्कार प्राप्त करने में अग्रणी रहा है।
ग्रैपलिंग फैडरेशन ऑफ इण्डिया के अध्यक्ष जय प्रकाश, ड्रॉप रोबाल फैडरेशन ऑफ इण्डिया के निर्माता राज कुमार, एम.डी. विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. विजेन्द्र पुनिया, राज्यपाल के सलाहकार डॉ. शशिकान्त शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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