नई दिल्ली, 30 नवंबर | देश में प्राकृतिक गैस की खपत अगले पांच सालों में दोगुना करने की योजना बनाई जा रही है। पेट्रोलियम मंत्री धमेंद्र प्रधान ने बुधवार को कहा कि यह वर्तमान के 12 करोड़ क्यूबिक मीटर से बढ़कर 24 करोड़ क्यूबिक मीटर रोजाना हो जाएगी। प्रधान ने उद्योग मंडल सीआईआई, नीति आयोग और अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय द्वारा प्राकृतिक गैस पर संयुक्त रूप से आयोजित सम्मेलन में कहा, “गैस का उपभोग बढ़ाने की दिशा में सबसे बड़ी रुकावट इसकी कीमत थी, कि इसका निर्धारण कौन करेगा। हमारी सरकार ने इस क्षेत्र का सबसे बड़ा नीतिगत सुधार करते हुए कीमतों का विनिमयन समाप्त कर दिया है।”
स्वच्छ ईधन के रूप में गैस के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश की योजना बनाई गई है, खासतौर से पूर्वी और दक्षिणपूर्वी क्षेत्रों के लिए जहां गैस का प्रयोग कम किया जाता है।
उन्होंने कहा, “गैस की खोज पर अगले 5-7 सालों में 20 अरब डॉलर का निवेश किया जाएगा।”
प्रधान ने कहा कि पूर्वी क्षेत्र की बंद पड़ी तीन उर्वरक इकाईयों को गैस की मदद से फिर से शुरू किया गया है, जिससे 20 शहरों के पुर्नऔद्योगिकीकरण में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, “गेल ने जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारों-धमारा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन परियोजना अपने हाथों में ली है और पूर्वी तट के साथ एलएनजी टर्मिनल की श्रृंखला बनाने की योजना बनाई गई है।” –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
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