बंगाल की खाड़ी के खुले समुद्र में 55 दिन के नौकायन अभियान के लिए दो जहाजों म्हदेई (Vessels Mhadei) और तारिणी (Tarini) रवाना किये गए।
भारतीय नौसैनिक वेसल्स म्हदेई ( Indian Naval Sailing Vessels Mhadei) और तारिणी (Tarini) को क्रू मेम्बर्स के साथ 22 फरवरी 2020 को गोवा के भारतीय नौसेना महासागर नौकायन नोड से बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) के खुले समुद्र में नौकायन अभियान (Sailing Expedition) के लिए रवाना किया गया।
नौकायन अभियान (sailing expedition) के दौरान नौसैनिक चालक दल 6,100 समुद्री मील की दूरी तय करेगा और 55 दिनों तक समुद्र में रहेगा।
नौकायन अभियान (sailing expedition) को गोवा के कमांडेंट नैवल वॉर कॉलेज के रियर एडमिरल एस.जे. सिंह ने झंडी दिखाई।
यह भारतीय नौसेना का पहला प्रमुख मिश्रित चालक दल होगा जिसमें प्रत्येक नाव में दो महिला अधिकारियों सहित पाँच नौसैनिक अधिकारियों का चालक दल होगा।
तारिणी के नौसेना जहाज के कैप्टन विपुल मेहरिशी इस अभियान के कप्तान होंगे और कैप्टन अतुल सिन्हा म्हदेई के कप्तान होंगे।
इस नौकायन अभियान (sailing expedition) के कप्तान बेहद कुशल नाविक है जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तर पर प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर नौसैना और देश के लिए गौरव हासिल किया है।
लगभग तीन महीनों की लंबी यात्रा के दौरान यह अभियान नावों को चलाने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा अर्थात पवन ऊर्जा के दोहन का प्रदर्शन करेगी।
यह नौकायन अभियान (sailing expedition) ‘नारी शक्ति’ के भारत सरकार के मिशन के अनुसरण में भी है, जो महिला अधिकारियों को पुरुषों के बराबर अवसर प्रदान करता है।
इस अभियान का उद्देश्य समुद्र की नौकायन के क्षेत्र में भारतीय नौसेना की विशेषज्ञता का प्रदर्शन करते हुए बंगाल की खाड़ी में स्थित समुद्री क्षेत्रों के बीच सहयोग और सहकारिता के स्तर को बढ़ाना भी है।
इस नौकायन अभियान (sailing expedition) के एक हिस्से के रूप में नौकायन पोत फुकेट, यंगून, चटगांव और कोलंबो के बंदरगाहों पर पुनः पूर्ति हॉल्ट करेगा, जिसमें विभिन्न देशों के अधिकारियों के साथ परस्पर बातचीत की जाएगी, जिसमें आगंतुक गणमान्य लोगों की बंदरगाह पर संक्षिप्त यात्राएं शामिल हैं।
म्हदेई और तारिणी को क्रमशः 08 फरवरी 2009 और 18 फरवरी 2017 को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था ।
यह तीन परिध्रुवी नौकायन अभियानों सहित विभिन्न नौकायन अभियानों में नौसैनिक अभियानों के लिए पसंद के पोत रहे हैं और उनके द्वारा हजारों मील की दूरी पर तय की गई है।
म्हदेई ने दो परिध्रुवी नौकायनों, तीन केप से रियो ट्रांस-अटलांटिक रेस और विभिन्न महाद्वीपों के आसपास कई अन्य अभियानों को सफलतापूर्वक पूरा किया है।
इस पोत ने 1,36,000 समुद्री मील से अधिक दूरी तय की है। तारिणी ने 2017-18 में उस वक्त इतिहास रचा था जब छह भारतीय नौसेना महिला अधिकारियों ने नाविका परिक्रमा यात्रा पर नाविका सागर परिक्रमा नामक पहली परिध्रुवी नौकायन समुद्री यात्रा पर पोत का संचालन किया था।
इसके बाद, उन्होंने आईओएसएस की 10 वीं वर्षगांठ के समारोह के दौरान कोच्चि से सेशेल्स के प्रशिक्षण अभियान में मिश्रित चालक दल में भाग लिया।
बंगाल की खाड़ी अपतटीय नौकायन अभियान आगंतुक देशों के बीच सद्भावना उत्पन्न करेगी और आगामी बिम्सटेक सेलिंग अभियान में भागीदारी के लिए प्रेरित करेगी जिसकी योजना भारतीय नौसेना नौकायन पोत से जुड़े सदस्य देशों के मिश्रित चालक दल के साथ बनाई जा रही है।
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