गणेश चतुर्थी के अवसर पर जयपुर की जानी मानी सूक्ष्म लेखन कलाकार नीरू छाबड़ा ने चावल के दानों पर गणेश मंत्र लिखकर शानदार कलाकृति बनाई है।
वह गणेश मंत्र है ‘‘वक्रतुण्ड महाकाय, सूर्यकोटि समप्रभ, निर्विघ्नं कुरु मे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा’’।
याद रहे 13 सितंबर को इस साल गणेश चतुर्थी का पर्व है।
इसके साथ ही नीरू छाबड़ा ने गणेश चतुर्थी पर ईश गणपति के 108 नाम चावलों पर लिखकर एक अनुपम कलाकृति भी बनाई है।
इस कृति में 181 चावलों का उपयोग किया गया है। यह कृति निरु छाबड़ा के आध्यात्मिक भाव-बोध और मौलिक सृजन का बेहतरीन उदाहरण है।
इस कृति के मध्य में चंदन के गणेश जी, गणेश जी के नाम व ओम लिखे चावल हैं।
नीरू छाबड़ा ने 80 चावलों पर गणेश जन्म वैभव को अंकित किया है व गणपति से सम्बधित अन्य कृतियाँ भी बनाई है। इनमें जय गणेशायनमः, शुभ लाभ, रिद्धि सिद्धि लिखा है।
सूक्ष्म लेखन कलाकार नीरू छाबड़ा के लिये चावल का एक दाना चुनौती नही कलात्मक अभिव्यक्ति का माध्यम और पहचान बन चुका है।
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