काठमांडू, 10 मार्च | नेपाल ने कथित तौर पर गुरुवार को भारत के सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) द्वारा एक नेपाली नागरिक की हत्या किए जाने को लेकर शुक्रवार को एक कूटनीतिक नोट (डिप्लोमैटिक नोट) भारतीय अधिकारियों को सौंपा। नेपाली पक्ष के अनुसार, नेपाली नागरिक गोविंदा गौतम की मौत गुरुवार को नेपाल-भारत सीमा पर एसएसबी कर्मियों की गोलीबारी से हुई। यह गोलीबारी नो मैन्स लैंड में एक पुलिया के निर्माण के विवाद को लेकर की गई।
नेपाल के विदेश मंत्रालय कार्यालय ने एक बयान में कहा कि नेपाल के विदेश सचिव शंकर दास बैरागी ने भारतीय दूतावास के उप प्रमुख बिनय कुमार को तलब किया और उन्हें डिप्लोमैटिक नोट सौंपा। उन्होंने कहा कि नेपाल सरकार इस घटना की निंदा करती है और जांच की मांग करती है।
नेपाल ने भारत से सीमा पर भविष्य में इस तरह की शत्रुतापूर्ण गतिविधियों को बंद करने का आग्रह किया।
इस घटना को लेकर कूटनीतिक गतिविधियां तेज हुई। सत्तारूढ़ गठबंधन में साझीदार सीपीएन (माओवादी सेंटर) और दूसरे राजनीतिक दलों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए जाने के बाद नेपाल और भारत में शीर्ष नेतृत्व ने गुरुवार और शुक्रवार को कई कूटनीतिक बैठके कीं।
विदेश सचिव बैरागी और कुमार की मुलाकात के बाद भारतीय दूतावास ने बताया कि कुमार ने गुरुवार को नेपाली नागरिक की मौत पर अपनी संवेदना जाहिर की।
भारतीय दूतावास के उप प्रमुख बिनय कुमार ने बैरागी को मामले की भारत द्वारा जांच किए जाने के फैसले की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत के लखीमपुर खीरी और नेपाल के कंचनपुर जिले से लगी सीमा पर हुई इस घटना की जांच की जाएंगी। उन्होंने जांच प्रक्रिया में सहायता के लिए नेपाल सरकार से पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फारेंसिक रिपोर्ट साझा कि ए जाने का आग्रह किया।
नेपाल के गृहमंत्री विमलेंद्र निधि ने कहा कि नेपाल ने गौतम को शहीद घोषित किया है। नेपाल सरकार उसके परिवार को दस लाख रुपये का मुआवजा देगी व उसका दाह संस्कार पूरे राजकीय सम्मान से करेगी और उसके बच्चों को मुफ्त में शिक्षा की व्यवस्था करेगी।
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजील डोभाल ने भी नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड से बातकर गौतम की मौत पर दुख जाहिर किया।–आईएएनएस
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