नई दिल्ली, 25 अगस्त | दिल्ली में 16 दिसंबर, 2012 को हुए निर्भया सामूहिक दुष्कर्म में दोषी करार किए गए चार लोगों में से एक विनय शर्मा ने तिहाड़ जेल में आत्महत्या करने की कोशिश की। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसका उपचार चल रहा है।
विनय कुमार उस बस का चालक था, जिसमें निर्भया के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया।
विनय को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसने बुधवार रात को कुछ गोलियां खा ली थी और उसके बाद तौलिए की मदद से जेल के वेंटीलेटर से फांसी लगाने की कोशिश की।
तिहाड़ जेल के अधीक्षक बिजेंद्र कुमार ने आईएएनएस को बताया, “तमिलनाडु पुलिस सुरक्षाबल ने विनय को रात लगभग 9.30 बजे आत्महत्या करने की कोशिश करते देखा जिसके बाद उन्होंने उसे रोकने की कोशिश की। उसे तुरंत ही इलाज के लिए डीडीयू अस्पताल ले जाया गया। अब वह कथित रूप से खतरे से बाहर है।”
अधिकारी ने बताया कि की विनय को जेल नंबर आठ में कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के भीतर रखा गया था।
कुमार ने कहा, “हालांकि, मैं नहीं कह सकता कि उन्होंने आत्महत्या की कोशिश क्यों की। हमने उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया।”
यह पूछने पर कि क्या विनय के साथ जेल में ज्यादती हो रही थी उन्होंने कहा, “हमें अभी तक इस बारे में कोई शिकायत नहीं मिली।”
विनय के वकील ए.पी.सिंह का कहना है कि यह आत्महत्या का नहीं बल्कि हत्या का प्रयास है।
सिंह ने आईएएनएस को बताया, “मैंने कुछ दिन पहले उससे जेल में मुलाकात की थी। उसने जेल में उसके साथ हो रहे उत्पीड़न के बारे में शिकायत की थी।”
विनय को 2013 में जेल में अतिरिक्त सुरक्षा दी गई थी। उनसे शिकायत दर्ज कराई थी कि जेल के भीतर अन्य कैदी और पुलिस अधिकारी उसकी पिटाई करते हैं।
दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 को चलती बस में 23 वर्षीया छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के लिए विनय शर्मा, मुकेश, पवन, अक्षय ठाकुर, राम सिंह सहित एक नाबालिग दोषी ठहराया गया था।
इस अपराध का मुख्य आरोपी राम सिंह 2013 में तिहाड़ जेल में मृत पाया गया था।
–आईएएनएस
Follow @JansamacharNews