देश में सांस संबंधी बीमारियों में कोई वृद्धि नहीं

नई दिल्ली, 7 जनवरी। चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के मामलों में वृद्धि की मीडिया रिपोर्टों के बाद देश में ऐसे मामलों की स्थिति और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों की समीक्षा के लिए बुलाई गई बैठक में बताया गया कि देश में सांस संबंधी बीमारियों में कोई वृद्धि नहीं हुई है।

केंद्र सरकार ने राज्यों को एचएमपीवी वायरस के संक्रमण की रोकथाम के बारे में लोगों में आईईसी और जागरूकता बढ़ाने की सलाह दी है। लोगों को साबुन और पानी से बार-बार हाथ धोने, गंदे हाथों से अपनी आंख, नाक या मुंह को छूने से बचने, बीमारी के लक्षण वाले लोगों के साथ निकट संपर्क से बचने और खांसते और छींकते समय मुंह और नाक को ढकने जैसे उपाय अपनाने की सलाह दी गई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुश्री पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कल वर्चुअल माध्यम से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ बैठक की अध्यक्षता की और देश में सांस संबंधी बीमारियों की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की।

बैठक में सचिव (डीएचआर) डॉ. राजीव बहल, डीजीएचएस डॉ. (प्रो.) अतुल गोयल, राज्य स्वास्थ्य सचिव और एनसीडीसी, आईडीएसपी, आईसीएमआर, एनआईवी और आईडीएसपी की राज्य निगरानी इकाइयों के अधिकारी और विशेषज्ञ शामिल हुए।

बैठक में दोहराया गया कि आईडीएसपी डेटा के अनुसार, देश में कहीं भी आईएलआई/एसएआरआई मामलों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं देखी गई है। आईसीएमआर प्रहरी निगरानी डेटा से भी इसकी पुष्टि होती है।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने जोर देकर कहा कि लोगों को एचएमपीवी के बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है जो 2001 से वैश्विक स्तर पर मौजूद है।

उन्होंने राज्यों को आईएलआई/एसएआरआई निगरानी को मजबूत करने और उसकी समीक्षा करने की सलाह दी। उन्होंने दोहराया कि सर्दियों के महीनों में आम तौर पर श्वसन संबंधी बीमारियों में वृद्धि देखी जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि देश श्वसन संबंधी बीमारी के मामलों में किसी भी संभावित वृद्धि के लिए पूरी तरह तैयार है।

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) कई श्वसन वायरस में से एक है जो सभी उम्र के लोगों में संक्रमण का कारण बन सकता है, खासकर सर्दियों और शुरुआती वसंत के महीनों के दौरान। वायरस का संक्रमण आमतौर पर हल्का होता है और ज़्यादातर मामले अपने आप ठीक हो जाते हैं।

बैठक में यह भी बताया गया कि आईसीएमआर-वीआरडीएल प्रयोगशालाओं में पर्याप्त नैदानिक ​​सुविधाएँ उपलब्ध हैं।