“मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के लागू होने से (implementation ) कोई भी भारतीय नागरिक ( Indian citizen) चाहे वह किसी भी धर्म या सम्प्रदाय (faith/religion) का हो, प्रभावित नहीं होगा।’’
प्रधानमंत्री (Prime Minister) नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने आज 6 फरवरी, 2020 को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए यह बात कही।
नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) पर विस्तार से बोलते हुए प्रधानमंत्री ने सदन को आश्वस्त किया कि इस कानून का देश के किसी भी नागरिक पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में इस कानून पर पूर्ववर्ती सरकार के रूख का भी जिक्र किया और कहा कि पिछली सरकार भी ऐसा ही कानून लाने के हक में थी।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू (Pt Jawaharlal Nehru) का हवाला देते हुए कहा कि वह पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यकों (minority )को भारत में शरण देने के लिए नागरिकता कानून में संशोधन के हक में थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल देश में विभाजन के पाकिस्तानी एजेंडो को आगे बढ़ा रहे हैं।
मोदी ने आश्वस्त किया है कि नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) से कोई भारतीय नागरिक प्रभावित नहीं होगा।
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