समाज के एक वर्ग द्वारा किये जारहे हिंसात्मक विरोध के कारण गुरूवार 25 जनवरी को राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और गोवा में संजय लीला भंसाली की पद्मावत प्रदर्शित नहीं की जाएगी।
इस फिल्म को लेकर राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र और यूपी सहित कई राज्यों में कस्बों और शहरों में वर्ग विशेष के लोग हिंसात्मक विरोध कर रहे हैं।
राजस्थान, गुजरात और हरयाणा में हिंसक विरोध जारी है और कई स्थानों पर आगजनी की घटनाएं हुई हैं।
चित्तौड़गढ़ में राजपूत महिलाओं का प्रदर्शन टीवी फोटो
सबसे चौंका देने वाली वारदात बुधवार को गुरूग्राम में हुई जहां गोयनका स्कूल की बच्चों की बस को भारी नुकसान पहुंचाया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार 60 प्रदर्शनकारियों ने लाठियों से बस पर हमला किया। स्कूल के बच्चे बड़ी मुश्किल से जान बचा पाये।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार रात को ट्वीट कर कहा, ‘‘बच्चों के खिलाफ हिंसा को जायज ठहराने के लिये कोई भी कारण बड़ा नहीं हो सकता। घृणा और हिंसा कमजोरों का हथियार होता है, भाजपा घृणा और हिंसा का उपयोग कर देश में आग लगा रही है।’’
मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कहा कि यह फिल्म राजस्थानए गुजरात, मध्य प्रदेश और गोवा में प्रदर्शित नहीं की जाएगी। मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडियाए मल्टीप्लेक्स मालिकों के लगभग 75 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करती है।
पद्मावत फिल्म पर कांग्रेस का क्या मत रहेगा? कांग्रेस प्रवक्ताआर.पी.एन सिंह ने पत्रकारों को कहा कि इस सवाल को अगर आप माननीय आई एंड बी मिनिस्टर हैं, स्मृति ईरानी जी उनसे पूछते तो बेहतर होता। क्योंकि ये उन्हीं के मंत्रालय में जो Central Board of Film Certification है, उन्होंने स्वीकृति इस फिल्म को दी है और उस चीज को हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट ने भी validate किया है, तो उस पर हम क्या टिप्पणी करें।
करणी सेना के प्रमुख लोकेन्द्र सिंह कालवी का कहना है कि हम फिल्म रिलीज नहीं करने देंगे।
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