देश के विभिन्न गैर संक्रमण वाले क्षेत्रों में 20 अप्रैल, 2020 से बंदिशें कम की जाएंगी, लेकिन हॉटस्पॉट (hotspot) जिलों और संक्रमित क्षेत्रों में किसी भी तरह की राहत नहीं दी जाएगी।
राज्यों/ संघ शासित क्षेत्रों में स्थानीय जरूरतों के आधार पर अतिरिक्त उपाय किए जा सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों के मुताबिक, संक्रमण वाले क्षेत्रों का नीचे उल्लेख किया गया है :
- हॉटस्पॉट (hotspot) ऐसे क्षेत्र हैं जहां बड़ी संख्या में कोविड-19 (COVID-19) के मामले सामने आए हैं या व्यापक स्तर पर बीमारी का प्रसार हुआ है।
- जहां मामलों की संख्या ज्यादा है या मामले दोगुने होने की दर 4 दिन से कम है।
हॉटस्पॉट्स (hotspot) के भीतर, स्थानीय प्रशासन बीमारी के प्रसार पर रोकथाम के लिए नियंत्रण क्षेत्र और बफर क्षेत्रों का सीमांकन करता है।
नियंत्रण क्षेत्रों में एक निश्चित दायरे में आवश्यक सेवाओं को छोड़कर किसी प्रकार की गतिविधियों को स्वीकृति नहीं दी जाएगी।
कुछ खास राहत वाले स्थानों के लिए राज्यों/संघ शासित क्षेत्रों/जिला प्रशासकों को सुनिश्चित करना चाहिए कि मौजूदा लॉकडाउन (Lockdown) के उपायों का सख्ती से पालन हो और कार्यालयों, कार्यस्थलों, कारखानों तथा प्रतिष्ठानों में सामाजिक दूरी से संबंधित एसओपी के तहत प्रारंभिक प्रक्रियाओं का पालन किया जाए।
लागू प्रक्रिया के तहत यदि कुछ स्थानों पर मामले सामने आएं तो ये स्थान भी जोखिम भरे क्षेत्रों यानी रेड जोन और नियंत्रण क्षेत्रों का हिस्सा बन सकते हैं।
नियंत्रण क्षेत्रों के लिए उन्हें लॉकडाउन के उपायों का सख्ती से पालन करना चाहिए, जिससे वे धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौट सकते हैं।
छूट हासिल करने वाले क्षेत्रों को सभी प्रारंभिक प्रक्रियाएं सुनिश्चित करने के लिए सामाजिक दूरी से संबंधित सभी एसओपी का पालन करना होगा।
अभी तक केन्द्र और राज्य स्तर पर कुल 2,144 कोविड-19 के लिए समर्पित अस्पतालों की पहचान की गई है, जिनमें 755 कोविड समर्पित अस्पताल और 1,389 कोविड समर्पित स्वास्थ्य केन्द्र (डीसीएचसी) शामिल हैं।
देश में अभी तक कुल 15,712 मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा सुधार के बाद 2,231 लोगों यानी 14.19 प्रतिशत लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया है।
माहे (पुडुचेरी) और कोडगू (कर्नाटक) में पिछले 28 दिन से कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है। देश के 23 राज्यों/ संघ शासित क्षेत्रों में ऐसे 54 जिले हैं, जहां पिछले 14 दिन से कोई नया मामला दर्ज नहीं किया गया है।
पिछली सूची के अलावा, इसमें 10 नए जिले जुड़ गए हैं। इनमें शामिल हैं : गया और सारण (बिहार); बरेली (उत्तर प्रदेश); फतेहगढ़ साहिब और रूपनगर (पंजाब); भिवानी, हिसार, फतेहाबाद (हरियाणा); कछार और लखीमपुर (असम)।
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