किंग्सटन (जमैका), 1 अगस्त | वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाने वाले भारत के सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने कहा है कि पिच के दोहरे व्यवहार के कारण सबीना पार्क क्रिकेट मैदान पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं था।
भारत की तरफ से पहली पारी में 50 से ज्यादा स्कोर करने वाले वाले राहुल इकलौते खिलाड़ी हैं। उन्होंने 158 रन बनाए थे।
उनके अलावा चेतेश्वर पुजारा (46) और कप्तान विराट कोहली (44) दूसरे दिन रन बनाने के लिए मेहनत करते दिखे।
राहुल ने पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए 121 रनों की साझेदारी की थी। हालांकि इस जोड़ी ने काफी धीमी गति से रन बनाए थे। इस जोड़ी का औसत 2.29 था। राहुल ने अपनी पारी में 303 गेंदों का सामना किया था।
दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद राहुल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “आपको वेस्टइंडीज के गेंदबाजों को भी श्रेय देना होगा। उन्होंने कसी हुई गेंदबाजी की और आसानी से रन नहीं दिए। उन्होंने चौथे और पांचवें विकेट के क्षेत्र में गेंदबाजी की।”
उन्होंने कहा, “पिच पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं था। इस पर दो गति से गेंद आ रही थी। इसके कारण गेंद की लाइन में खेलना मुश्किल हो रहा था। वह जब चौथे और पांचवें विकेट के क्षेत्र में गेंदबाजी कर रहे थे तब भी गेंदबाजों को खेलना मुश्किल था।”
राहुल ने कहा, “यह टेस्ट मैच है। आपके पास काफी समय रहता है। हमने उन्हें 196 पर आउट कर दिया था। उसके बाद हमारे पास चार दिन थे। हम जल्दबाजी में नहीं हैं, इसलिए हम समय ले सकते हैं और कमजोर गेंद का इंतजार कर सकते हैं। हमने पहले सत्र में काफी अच्छा खेला था।”
राहुल ने अपने साथी पुजारा की भी तारीफ की। पुजारा रोस्टन चेस की शानदार थ्रो का शिकार हो गए थे।
राहुल ने कहा, “उन्होंने काफी मेहनत की, लेकिन दुर्भाग्यवश वह गलत समय पर रन आउट हो गए। अगर वह अंत तक टिकते तो वह अगले दो सत्रों में सौ से ज्यादा रन बनाते।” –आईएएनएस
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