स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन (Dr. Harsh Vardhan) ने राज्यों को सलाह दी कि वे मकान मालिकों को दिशा निर्देश जारी करें कि वे डॉक्टरों(Doctors) , नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों से मकान (Houses) खाली( evict) न कराएं।
हाल ही में ऐसी रिपोर्ट आईं कि कुछ भूस्वामी और मकान मालिक उन डॉक्टरों / पैरामेडिक्स को अपने घर से निकाल रहे हैं जो कोविड-19 का मुकाबला करने में देश की सेवा कर रहे थे।
डॉ. हर्षवर्धन ने राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों से आग्रह किया कि वे स्वास्थ्य कर्मियों के परिवहन के मुद्दे को प्राथमिकता दें ताकि चिकित्सा सुविधाओं में डॉक्टरों(Doctors), नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों की कमी न हो।
उन्होंने डॉक्टरों (Doctors) , नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के लिए सामान्य यात्रा की व्यवस्था करने की सलाह दी।
उन्होंने कोविड-19 रोगी की देखभाल के लिए एम्स पोर्टल के साथ प्रभावी समन्वय करने और आईएमए, नर्सों व पैरामेडिक्स के अन्य संगठनों के साथ सक्रिय समन्वय की बात उठाई।
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार ने आज डॉक्टरों, अर्धसैनिकों और कोरोना वायरस (COVID-19) के प्रकोप से निपटने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 50 लाख बीमा कवर की घोषणा की।
उन्होंने राज्यों को सलाह दी कि वे कोविड-19 (COVID-19) से संबंधित वस्तुओं की खरीद के लिए मेडिकल कॉलेजों को एनएचएम के तहत धन उपलब्ध कराएं।
क्वॉरंटीन quarantine के दायरे में रह रहे लोगों का मानसिक स्वास्थ्य सुनिश्चित करने पर जोर देते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने राज्यों को सलाह दी कि वे पहले से क्वॉरंटीन (मनोवैज्ञानिकों) में रह रहे लोगों के लिए एक हेल्पलाइन शुरू करें।
उन्होंने कहा कि टेलीमेडिसिन से जुड़े दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं और ऐप भी लॉन्च किया जा रहा है।
उन्होंने राज्यों से कहा कि डॉक्टरों की ऐसी धुरी की पहचान करें जो ऐप का उपयोग करते हुए घर बैठे लोगों को सलाह दे सकेंगे।
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