दीसा (गुजरात), 10 दिसम्बर | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि नोटबंदी देश के व्यापक हित में है और इस फैसले के बाद लोगों को बैंकों और एटीएम के बाहर कतारों में खड़े होकर आज जिन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, उससे अंतत: देश को ही फायदा होगा। लोग परेशानियों के बावजूद जिस प्रकार सरकार के इस कदम का समर्थन कर रहे हैं वह यहां की नि:स्वार्थ भाव की परंपरा को दर्शाता है। प्रधानमंत्री ने यहां उत्तर गुजरात में एक बड़े जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, “हमारे देश के बुजुर्ग अपनी कठिनाइयों के बावजूद युवा, अपने करीबियों व प्रियजनों के लिए कुछ न कुछ छोड़कर जाते हैं। यह हमारी नि:स्वार्थता की संस्कृति है।”
वह यहां बानसकंठ जिला सहकारी डेयरी के एक छांछ संयंत्र के अलावा, 350 करोड़ रुपये की पनीर तथा छाछ पाउडर संयंत्र का उद्घाटन करने आए थे।
प्रधानमंत्री ने ए-2 कांकरेज संकर गाय संरक्षण परियोजना की भी शुरुआत की।
उन्होंने स्वीकार किया कि नोटबंदी के बाद लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं, लेकिन उन्होंने इस ओर ध्यान दिलाया कि लोग काले धन तथा आतंकवाद से मुकाबले के लिए अपनी मर्जी से ऐसा कर रहे हैं।
उन्होंने लोगों को आश्वासन दिलाते हुए कहा कि हालात 50 दिनों के भीतर सामान्य होने लगेंगे। हर व्यक्ति को यह दिखेगा और अंतर महसूस होगा।
नोटबंदी के मुद्दे पर संसद में जारी गतिरोध की ओर इशारा करते हुए मोदी ने कहा कि विपक्ष ने हालात को एक ऐसे मोड़ पर ला खड़ा किया है कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से चलाने के लिए बोलना पड़ा है।
उन्होंने कहा, “सरकार इस बात से सहमत है कि विपक्ष इस मुद्दे पर मुझे संसद में बोलने नहीं दे रहा। इसलिए मैंने यह मार्ग (सभाओं में बोलना) अपनाया है।”
मोदी ने कहा, “किसी भी विपक्षी पार्टी ने अभी तक मुझे नोटबंदी के इस फैसले को वापस लेने के लिए एक बार भी नहीं कहा है। उन्हें समस्या केवल इसके क्रियान्वयन को लेकर है।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “आप जी भर कर मेरी आलोचना करें, चाहे किसी भी तरह से, लेकिन लोगों को इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग करने के लिए तैयार कीजिए और उन्हें बताइए कि इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है।” –आईएएनएस
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