भारतीस सिनेमा के दिग्गज निर्माता -निर्देशक मृणाल सेन का 95 वर्ष की आयु में कोलकाता में रविवार सुबह 10.30 बजे देहांत हो गया।
पद्म भूषण और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित स्व.सेन ने देश में समानांतर सिनेमा के लिए एक दिन अचानाक, पदातिक, मृगया, अकालेर संधाने, कोरस, खरिज, खण्डहर, भुवन शोम, आकाश कुसुम और कलकत्ता 71 जैसी फिल्मों का निर्देशन और निर्माणकिया।
उन्होंने 1955 में रात भोरे के निर्देशन के साथ अपना कैरियर शुरू किया था। उन्हें 12 अंतर्राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। मृणाल सेन इंडियन पीपुल्स थिएटर एसोसिएशन के सदस्य थे।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मृणाल सेन के निधन पर दुख व्यक्त किया है।
फोटो साभार डीडी न्यूज
कोविंद ने एक ट्वीट में कह कि भुवन शोम से लेकर कलकत्ता 71 तक मृणाल सेन ने सामाजिक वास्तविकताओं के संवेदनशील चित्रण ने उन्हें हमारे समय का एक अच्छा कलाकार बना दिया। राष्ट्रपति ने कहा भारत और सिनेमा की दुनिया के साथ साथ बंगाल सिनेमा के लिए उनका देहांत नुकसान है।
सूचना और प्रसारण मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौर ने भी दिग्गज फिल्म निर्माता सेन के निधन पर दुख जताया है।
राठौर ने एक ट्वीट में कहा कि भुवन शोम से लेकर मृगया तक उनकी फिल्में सिल्वर स्क्रीन पर सामाजिक वास्तविकताओं का सुंदर चित्रण थीं।
उन्होंने कहा कि मृणाल सेन का निधन एक युग का अंत है और भारतीय फिल्म उद्योग के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
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