आज समाज के भ्रष्ट आचारण में पढ़े लिखे लोगों की संख्या अधिक : आचार्य देवव्रत

अम्बाला, 05 मई (जनसमा)। हरियाणा के सनातन धर्म कालेज अम्बाला कैंट के दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि आज समाज के भ्रष्ट आचारण में पढ़े लिखे लोगों की संख्या अधिक है, इसलिए आवश्यक है कि पढ़े लिखे लोग लोक कल्याण और उत्थान के कार्य में लगें।

उन्होंने कहा कि दीक्षांत का अर्थ शिक्षांत नहीं, इसलिए डिग्री प्राप्त करने के बाद भी जीवन पर्यन्त सीखने का जज़्बा बनाए रखें। आचार्य देवव्रत ने कहा कि विद्यार्थी डिग्री प्राप्त कर समाज के विकास और उन्नयन के कार्य में जुटें और किसी भी बुरे आचरण और कृत्य का हिस्सा न बनें।

राज्यपाल ने कहा कि ज्ञान को केवल अपने तक सीमित न रखें, बल्कि इसका प्रसार करें। सत्य बोलने का अवसर मिले तो सदैव सच बोलें, कुशलता प्राप्त करें और इसे समाज में फैलाएं। उन्होंने कहा कि स्वार्थ रहित सिद्धांत ही व्यक्ति को धार्मिक बनाते हैं।

राज्यपाल ने कहा कि डिग्री प्राप्त करने के साथ-साथ अच्छा इन्सान बनना जरूरी है, ताकि जीवन को सार्थक किया जा सके। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि भीड़ से हटकर, स्वार्थ से हटकर, राष्ट्र निर्माण के कार्य में अपनी भूमिका सुनिश्चित करें और गौरवमयी राष्ट्र का हिस्सा बनें।

उन्होंने कहा कि डिग्री प्राप्त करना, भौतिक वस्तुएं प्राप्त करने का माध्यम न होकर स्वयं और समाज को आध्यात्मिक तौर पर जागृत करने का लक्ष्य होना चाहिए।