भुवनेश्वर, 3 सितंबर | राज्य के तीन जिलों में लड़कियों के विकास के लिए ओडिशा सरकार ने शनिवार को बीजू कन्या रत्न योजना (बीकेआर वाई) की शुरुआत की। इस योजना का उद्देश्य तीन जिलों में जन्म के समय लिंगानुपात (एसआरबी) और बाल लिंगानुपात (सीएसआर) में सुधार करना है।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने यहां राज्य सचिवालय में योजना का शुभारंभ किया।
पटनायक ने कहा कि तीन जिलों- गंजाम, ढेंकनाल और अंगुल में तीन साल के लिए योजना प्रमुखता के आधार पर लागू की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्राथमिक स्कूलों में लड़कियों के नामांकन, लड़कियों के स्कूल छोड़ने पर निगरानी और उनके लिए बेहतर माहौल का निर्माण करना सुनिश्चित करेगी।
सूत्रों के अनुसार, सरकार ने योजना के लिए दो करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान किया है।
एक अधिकारी ने कहा कि नयागढ़, गंजाम, ढेंकनाल और अंगुल जिले में सीएसआर 1991 की जनगणना में 963 था जो 2011 की जनगणना में घटकर 941 हो गया। नयागढ़ जिले में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना चल रही है।
इस अवसर मुख्यमंत्री ने 1000 आंगनवाड़ी केंद्र राज्य को समर्पित किए।
सरकार अगले चार साल में राज्य में 24,000 आंगनवाड़ी केंद्र बनाएगी।
मुख्यमंत्री पटनायक ने कहा कि राज्य में 71,306 आंगनवाड़ी केंद्र हैं, जिनमें 31,175 के पास अपने भवन हैं और 15,650 भवन निर्माणाधीन हैं।
पंचायती राज मंत्री अरुण साहु ने कहा कि राज्य में आईसीडीएस योजनाओं के साथ जोड़कर राज्य सरकार मनरेगा के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों का निर्माण कर रही है। –आईएएनएस
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