उत्तर प्रदेश में गोवंश (govansh) रखरखाव में लापरवाही के कारण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 8 अधिकारियों को निलंबित किया है।
मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में हो रही गोवंश (govansh) की मृत्यु के मामलों को लेकर अफसरों पर कड़ी कार्रवाई की है।
मुख्यमंत्री ने रविवार रात को संबंधित जिला अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग की।
इस दौरान उन्होंने बीडीओ मिल्कीपुर, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी मिल्कीपुर, ग्राम पंचायत अधिकारी पलियामाफी मिल्कीपुर और प्रभारी कांजी हाउस अयोध्या नगर निगम डॉ. उपेंद्र कुमार और डॉ. विजेंद्र कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
इसके अलावा कई जिलों के जिला अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी ने प्रयागराज के आयुक्त को आकशीय बिजली गिरने से निराश्रित गोवंश (govansh) की हुई मृत्यु के सभी पहलुओं की जांच कर सम्बधित के विरुद्ध जिम्मेदारी तय करने के निर्देश भी दिये हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश आवास विकास, लखनऊ विकास प्रधिकरण और नगर निगम लखनऊ संयुक्त रूप से अभियान चलाकर अमौसी एयरपोर्ट से अर्जुनगंज, शहीद पथ और शहर के विभिन्न क्षेत्रों से निराश्रित गोवंश (govansh) को पशु आश्रय स्थल ‘कान्हा उपवन’ में संरक्षित करे और सफाई अभियान चलाया जाए।
योगी ने गोवंश (govansh) के मुद्दे को लेकर जिला अधिकारी और मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी अयोध्या को भी गोवंश (govansh) मृत्यु के सम्बंध में नोटिस दिया।
उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी मिर्ज़ापुर डॉ. ए के सिंह प्रभारी अधिशासी अधिकारी नगर पालिका मिर्ज़ापुर मुकेश कुमार और नगर अभियंता राम जी उपाध्याय नगर पालिका मिर्ज़ापुर को भी निलंबित करने का निर्णय लिया।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने सभी जिला अधिकारी एवं मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों को संयुक्त रूप से गो आश्रय (Cow shelter) स्थलों का संचालन, गोवंश (govansh) के भरण पोषण, निरीक्षण, स्वास्थ परिक्षण, उपचार व्यवस्था गोवंश संख्या के आधार पर शेड निर्माण की जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई करने के भी निर्देश जारी किये।
योगी ने चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य में गोवध निवारण अधिनियम एवं पशु क्रूरता निवारण अधिनियम (Animal cruelty prevention act) के तहत अपराधिक कार्रवाई भी प्रारम्भ की जा सकती है।
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