भोपाल, 14 अप्रैल। नमामि देवि नर्मदे सेवा यात्रा न केवल नर्मदा किनारे के लोगों बल्कि प्रदेश और देश के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को आकर्षित करने में सफल रही हैं। यात्रा में संत-महात्माओं, राजनेताओं के साथ ही कला-संस्कृति, सामाजिक और अन्य क्षेत्रों के विशिष्ट हस्ताक्षर शामिल होकर अपना योगदान दे रहे हैं। इसी कड़ी में भारत के सात पूर्व ओलम्पिक एवं अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी शुक्रवार को जबलपुर के भेड़ाघाट में शामिल होंगें।
ये खिलाड़ी हैं अशोक ध्यानचन्द, जलालुद्दीन रिजवी, इनामुर्रहमान, सलीम अब्बासी, शकील कुरैशी, मोहम्मद युसुफ, अल्ताफुर्रहमान और समीर दाद ।
नर्मदा म.प्र. की जान है
हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले ध्यानचंद के पुत्र अशोक ध्यानचन्द ने कहा है कि नर्मदा नदी मध्यप्रदेश की जान है। नदियों को स्वच्छ और संरक्षित करने का जो बीड़ा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उठाया है उसमें शामिल होकर हम लोगों तक यह संदेश पहुँचाने की कोशिश करेंगें कि हम जिस नर्मदा नदी को माँ का रूप मानते हैं, उसे दूषित होने से बचाएँ।
नर्मदा नदी से हमारी भावनाएँ जुड़ी हैं
वर्ष 1984 के लास एजेंलिस ओलम्पिक में भारतीय हॉकी टीम के सदस्य भोपाल के जलालुद्दीन रिजवी ने कहा कि नर्मदा नदी से हमारी भावनाएँ जुड़ी हैं। माँ नर्मदा को बचाने के लिए हम हर संभव मदद के लिए तैयार है। हम इस स्वच्छता अभियान में शामिल होकर गौरवान्वित महसूस करेंगे। नमामि देवि नर्मदे सेवा यात्रा में शामिल होने का मौका हमें मिला है और हम अपनी जिम्मेदारी मानते है कि लोगों के बीच जाकर इस अभियान के महत्व को समझाएँ।
नर्मदा यात्रा एक उत्सव है
वर्ष 1978 में बैंकाक एशियन गेम्स में सिल्वर मेडलिस्ट हॉकी टीम के सदस्य भोपाल के मोहम्मद युसुफ ने कहा कि नमामि देवी नर्मदे यात्रा एक उत्सव है। यात्रा एक त्यौहार है जिसमें हर वर्ग, हर मजहब का व्यक्ति शामिल होकर नदी संरक्षण में सहयोग कर रहा है। यात्रा में हम खिलाड़ी भी शामिल होकर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के जन-कल्याण के संदेश को आम जनता तक पहुँचाने की कोशिश करेंगें।
स्वच्छता समाज का भी दायित्व है
ब्यूनस आयर्स के तीसरे हॉकी विश्वकप में अर्जेंटीना की राष्ट्रीय टीम तथा एशियन गेम्स में भारतीय टीम के कोच रहे विख्यात हॉकी खिलाड़ी और तीन बार के ओलंपियन इनामुर्रहमान ने मुख्यमंत्री की इस पहल को अदभुत बताते हुए कहा कि हम इस यात्रा के उद्देश्य को पूरा करने में उनके साथ है। जबलपुर में यात्रा में शामिल होकर आम जनता से नर्मदा नदी के संरक्षण और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और पेड़ों को लगाने के महत्व को साझा करेंगें।
नर्मदा म.प्र. की पहचान है, नर्मदा संरक्षण आंदोलन है
एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम के सदस्य और विक्रम अवार्डी भोपाल के समीर दाद ने कहा कि नर्मदा नदी मध्यप्रदेश की पहचान है। नर्मदा संरक्षण अभियान एक आंदोलन है। हमने देश के लिए खेला है और हमें पहचान मिली। हमारा फर्ज है कि हम लोगों को नदी के संरक्षण के प्रति जागरूक करें। इस यात्रा में शामिल होकर ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने और नशे से दूर रहने की अपील करेंगें।
नदियों का संरक्षण हर मानव का धर्म
वर्ष 1979 में मास्को में संपन्न ओलम्पिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में भारतीय हॉकी टीम के सदस्य रहे भोपाल के सलीम अब्बासी ने कहा कि नदियों का संरक्षण हर मानव का धर्म है। हर इंसान के जीवन में जल का अत्याधिक महत्व है। इस यात्रा में शामिल होकर हम सब खिलाड़ी इस संदेश को सभी लोगों तक पहुँचाने में सहभागी बनेंगें।
नर्मदा को प्रदूषणमुक्त करना सभी की जिम्मेदारी
अन्तरराष्ट्रीय हॉकी अम्पायर भोपाल के शकील कुरैशी ने कहा कि नर्मदा नदी को प्रदूषणमुक्त करना सभी की जिम्मेदारी है। नदियों के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। नर्मदा नदी में हमेशा पानी बहता रहे, इसके लिए लिए पेड़ों को ज्यादा से ज्यादा लगाना होगा। यह यात्रा समाज को एक नई दिशा देगी।
प्रकृति को बचाने का अभिनव प्रयास
भोपाल के अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी अल्ताफुर्रहमान ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की पहल प्रकृति को बचाने का अभिनव प्रयास है।
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