बड़गाम (जम्मू एवं कश्मीर), 3 नवंबर | वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) का लाभ न मिलने के कारण एक पूर्व सैनिक की आत्महत्या के दो दिन बाद रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने गुरुवार को कहा कि इस योजना के तहत ज्यादातर पूर्व सैनिकों को इसका लाभ दिया जा रहा है। बाकी बचे करीब एक लाख लोगों को अगले दो महीनों में इसका लाभ दे दिया जाएगा। पर्रिकर ने संवाददाताओं से कहा कि इन एक लाख पूर्व सैनिकों को अभी तक तकनीकी कारणों से ओआरओपी के तहत पूरा लाभ नहीं मिल सका है।
पर्रिकर पाकिस्तान द्वारा बार-बार संघर्षविराम उल्लंघन के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा के लिए कश्मीर को दौरे पर हैं।
रक्षामंत्री ने कहा कि पूर्व सैनिकों से जुड़ी कागजी कार्यवाही की वजह से ओआरओपी के तहत उन्हें लाभ नहीं मिला, इसे दो महीनों में पूरी कर लिया जाएगा।
फाइल फोटो : रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर
उन्होंने कहा, “एक लाख कर्मियों को ओआरओपी का अभी पूरा लाभ दिया जाना है। इसके क्रियान्वयन में कुछ तकनीकी मुद्दे हैं। हम शीघ्र इसकी कागजी कार्यवाही पूरी कर लेंगे। अगले दो महीनों में हम इसे अंतिम रूप दे देंगे।”
रक्षामंत्री का यह बयान दिल्ली में ओआरओपी के लिए धरना दे रहे पूर्व सैनिक राम किशन ग्रेवाल के मंगलवार को सल्फास की गोलियां खाकर आत्महत्या कर लेने के बाद आया है। शोक में डूबे पूर्व सैनिक के परिवार को दिल्ली पुलिस अस्पताल से ले जाकर घंटों थाने में रखा और उनसे मिलने गए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को हिरासत में ले लिया गया। इन नेताओं ने इसे ‘लोकतंत्र की हत्या’ करार दिया।
–आईएएनएस
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